नई दिल्ली। सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा नियमों के उल्लंघन के आरोप झेल रही मुकेश अंबानी की नेतृत्व वाली रिलायंस जियो ने पलटवार किया है। कंपनी ने दावा किया कि मौजूदा परिचालकों के निहित हितों को बढ़ावा देने के लिए गुप्त मंशा से आधारहीन, गलत जानकारियों पर आधारित और तुच्छ आरोप लगाए गए हैं। गौरतलब है कि सीओएआई ने सोमवार को दूरसंचार विभाग को लिखा कि रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (आरजेआईएल) ने 15 लाख उपभोक्ताओं को सीओएआई बांटे हैं उसे बंद करने के लिए कहे। ऑपरेटर्स ने कहा कि रिलायंस ने परीक्षण कनेक्शन की आड़ में पर्ण सेवा की पेशकश कर नियमों का उल्लंघन किया है।
सीओएआई को पत्र को गुप्त मंशा से मौजूदा परिचालकों के लिए निहित हितों को बढ़ावा देने वाला करार दिया। कंपनी ने कहा, सीओएआई जानबूझ तक बेवजह मानहानि कर रहा है न सिर्फ रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के खिलाफ बल्कि ट्राइ के खिलाफ भी और वह भी बिना किसी आधार के।
कंपनी ने कहा कि उसने विश्व का विशालतम आईपी नेटवर्क तैयार किया है। इसमें 1.34 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जो मौजूदा परिचालकों द्वारा किए गए कुल निवेश से अधिक है। रिलायंस जियो ने कहा, यह सेवा देश के सभी 22 सेवा क्षेत्र के 18,000 शहरों और दो लाख गांवों में उपलब्ध होगी। इस दायरे में जल्दी ही देश की 90 फीसदी आबादी शामिल होंगी।