नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 में 64 लाख टन तरल इस्पात और 58 लाख टन बिक्री योग्य धातु के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि कंपनी इस बारे में जून के पहले सप्ताह में इस्पात मंत्रालय के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत करेगी। अधिकारी ने बताया कि यह एमओयू अंतिम चरण में है और इस पर अगले सप्ताह दस्तखत हो सकते हैं। चालू वित्त वर्ष में तरल इस्पात और बिक्री योग्य इस्पात के उत्पादन का लक्ष्य क्रमश: 64 लाख टन और 58 लाख टन रखा गया है।
वित्त वर्ष 2018-19 में आरआईएनएल ने 61 लाख टन तरल इस्पात के उत्पादन का लक्ष्य रखा था लेकिन वह 55 लाख टन का ही उत्पादन कर पाई। इसी तरह कंपनी ने 55 लाख टन बिक्री योग्य इस्पात उत्पादन का लक्ष्य रखा था लेकिन उसका उत्पादन 50 लाख टन ही रहा था।
इस करार पर इस्पात मंत्रालय के सचिव बिनय कुमार और आरआईएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के रथ हस्ताक्षर करेंगे। प्रत्येक पीएसयू को सालाना आधार पर वित्त वर्ष के लिए लक्ष्य तय करना होता है और इस संबंध में संबंधित मंत्रालय के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने होते हैं।
चालू वित्त वर्ष के लिए आरआईएनएल ने 25,000 करोड़ रुपए के टर्नओवर का लक्ष्य तय किया है, जो कि 2018-19 में 20,844 करोड़ रुपए रहा है। विशाखापट्नम स्टील प्लांट की कॉरपोरेट इकाई आरआईएनएल स्पेशल स्टील का उत्पादन करती है, जिसमें विभिन्न ग्रेड और आकार के वायर रोड कॉइल्स, राउंड और बिलेट्स शामिल हैं।