नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 18 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान कंपनी ने पिछले आठ साल का सबसे अधिक रिफाइनिंग मार्जिन कमाया है, जिसकी शुद्ध लाभ बढ़ाने में अहम भूमिका है।
कंपनी ने बताया कि अप्रैल-जून 2016 तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 7,113 करोड़ रुपए (प्रति शेयर 24.10 रुपए) रहा है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,024 करोड़ रुपए (प्रति शेयर 20.50 रुपए) था। तेल की कीमतों में गिरावट आने से कंपनी का टर्नओवर घटकर 64,990 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 76,615 करोड़ रुपए था।
दुनिया के सबसे बड़े रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स का संचालन करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने प्रति बैरल क्रूड ऑयल को ईंधन में परिवर्तित (ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन) करने पर 11.5 डॉलर की कमाई की है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह कमाई 10.4 डॉलर प्रति बैरल की थी। अप्रैल-जून 2016 तिमाही में आरआईएल का जीआरएम पिछले आठ साल में सबसे ज्यादा है।