नई दिल्ली। धान का रकबा चालू फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के दौरान 83 जिलों में पिछले साल के मुकाबले 36 फीसदी बढ़ा है जबकि धान (बासमती छोड़कर अन्य धान की वेरायटीज) के रकबे में 6.5 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह जानकारी नेशनल कोलेटेरल मैनेजमेंट सर्विसेस द्वारा करवाए गए एक सर्वेक्षण से मिली है।
यह सर्वेक्षण कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के तहत आने वाले बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा करवाया गया था। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 27 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में देश में धान का रकबा 382 लाख हेक्टेयर है जबकि पिछले साल इस अवधि में 387 लाख हेक्टेयर था।
मगर, एनसीएमएल द्वारा चयनित 83 जिलों में करवाए गए सर्वेक्षण के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में धान का अनुमानित रकबा 62,04,000 हेक्टेयर है जोकि पिछले साल के 58,25,000 हेक्टेयर से 6.5 फीसदी अधिक है। सर्वेक्षण के अनुसार, बासमती धान का रकबा इन 83 जिलों में 36 फीसदी बढ़ा है जिसमें सबसे ज्यादा वृद्धि उत्तर प्रदेश में हुई और उसके बाद हरियाणा में बासमती का रकबा बढ़ा है।
बासमती के कुल रकबे में हरियाणा को योगदान 42 फीसदी, जबकि पंजाब का 29 फीसदी और उत्तर प्रदेश का 24 फीसदी है। उत्तर प्रदेश में बासमती का रकबा 92.8 फीसदी बढ़ा है जबकि हरियाणा में 42.5 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 24.1 फीसदी और उत्तराखंड में 14.6 फीसदी। वहीं, पंजाब में बासमती का रकबा 8.4 फीसदी बढ़ा है जबकि जम्मू-कश्मीर में चार फीसदी घटा है।