नई दिल्ली। देश में मौजूदा फसल वर्ष 2020-21 की खरीफ फसल में 10.23 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान है। सरकारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है। कृषि मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मानसून अच्छा रहने से धान की पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है। इससे पिछले वर्ष 2019-20 की खरीफ फसल के दौरान 10.19 करोड़ टन चावल का उत्पादन हुआ था।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को 2020- 21 की प्रमुख खरीफ फसलों का पहला अग्रिम उत्पादन का अनुमान जारी किया। इसके मुताबिक चालू खरीफ सत्र में कुल खाद्यान्न पैदावार 14.45 करोड़ टन रहने का अनुमान है। जबकि पिछले साल इसी मौसम में 14.33 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन हुआ था। हालांकि, इस दौरान मोटे अनाजों का उत्पादन पिछले साल के 3.37 करोड़ टन के मुकाबले 3.28 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया है।
दलहन उत्पादन पिछले फसल वर्ष में खरीफ के दौरान हुए 77.20 लाख टन के मुकाबले इस साल खरीफ में बढ़कर 93.10 लाख टन रहने का अनुमान है। तिलहन उत्पादन खरीफ सत्र में 2.57 करोड़ टन रहने का अनुमान है। पिछले साल यह 2.23 करोड़ टन रहा था। वहीं गन्ने का उत्पादन बढ़कर 39.98 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
चालू सीजन में कपास का उत्पादन 371.2 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) होने का अनुमान है, जो 2019-20 के 354.9 लाख गांठ से 16.3 लाख गांठ अधिक है। जूट और मेस्टा का उत्पादन 96.56 लाख गांठ (एक गांठ में 180 किलोग्राम) होने का अनुमान है।
मानसून सीजन के दौरान एक जून से लेकर 22 सितंबर तक देशभर में औसत से आठ फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। पिछले सप्ताह तक किसानों ने खरीफ फसलों की बुवाई 1,113.63 लाख हेक्टेयर में की थी, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। पिछले साल की इसी अवधि में 1053.52 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई थी जिससे इस साल कुल रकबा 5.71 फीसदी अधिक है। मंत्रालय ने बताया कि अधिकांश प्रमुख फसल उत्पादक राज्यों में बारिश सामान्य रही है।