नई दिल्ली। टाटा संस ने अपने हटाए गए चेयरमैन साइरस मिस्त्री पर गोपनीयता नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उनसे सभी वर्गीकृत दस्तावेज लौटाने को कहा है। साथ ही कंपनी ने मिस्त्री से 48 घंटे के अंदर यह हलफनामा देने को भी कहा गया है कि वह भविष्य में ऐसी सूचनाओं का खुलासा नहीं करेंगे।
तीन दिन में मिस्त्री को भेजे गए दूसरे कानूनी नोटिस में टाटा संस ने आरोप लगाया है कि मिस्त्री गलत तरीके तथा बेईमानी से गोपनीय सूचनाएं कंपनी के परिसर के बाहर बिना सहमति के लेकर गए। टाटा संस ने मिस्त्री से उनके पास मौजूद सभी गोपनीय सूचनाएं लौटाने को कहा है। साथ ही मिस्त्री से कहा गया है कि वह इन दस्तावेजों की प्रतियां भी अपने पास नहीं रखें।
नमक से सॉफ्टवेयर क्षेत्र में काम करने वाले 103 अरब डॉलर के समूह ने मिस्त्री से 48 घंटे में यह हलफनामा भी देने को कहा है कि वह सभी गोपनीय दस्तावेजों की गोपनीयता बनाए रखेंगे और इसका खुलासा किसी को भी नहीं, संबद्ध इकाइयों, संबंधियों या परिवार के सदस्यों को नहीं करेंगे।
टाटा संस ने दिया साइरस मिस्त्री को कानूनी नोटिस, गोपनीयता भंग करने का लगाया आरोप
- इससे पहले मंगलवार को टाटा संस ने मिस्त्री पर गोपनीयता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा था।
- मिस्त्री की परिवार की निवेश कंपनी ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण में उनको हटाए जाने के खिलाफ जो अपील दायर की थी।
- उसमें कंपनी के दर्जनों संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेज नत्थी किए गए थे।
- मिस्त्री को भेजे दूसरे नोटिस में टाटा संस ने कहा कि मिस्त्री के पास गोपनीय तथा वाणिज्यिक दृष्टि से संवेदनशील सूचनाएं और दस्तावेज हैं।
- टाटा संस ने मिस्त्री से इन सभी गोपनीय दस्तावेजों को लौटाने को कहा है और साथ ही इनकी प्रतियां अपने पास नहीं रखने को कहा है।
- मिस्त्री से इस तरह की सूचनाओं का खुलासा करने से बचने को कहा गया है।
- कानूनी नोटिस में गोपनीय सूचनाओं को कंपनी की सभी कारोबारी, कानूनी, व्यावसायिक तथा तकनीकी सूचनाओं के रूप में परिभाषित किया गया है।