नई दिल्ली। एफएमसीजी सेक्टर ने आम लोगों से घबराहट में खरीदारी करने से मना किया है सेक्टर के मुताबिक आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है और आपूर्ति भी धीरे धीरे सुधर रही है। भारतीय खुदरा विक्रेता संघ के सीईओ कुमार राजगोपालन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उपलब्धता मुद्दा नहीं है, लेकिन लॉकडाऊन के कारण आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। हालांकि सरकार सामने आ गई है और वे आपूर्ति श्रृंखला को सुचारु बना रही है। इससे वास्तव में आपूर्ति, सरकार की मदद से नियमित हो रही है। अगर लोग घबराहट में खरीद पर उतारु न हों तो हर चीज का पर्याप्त स्टॉक है और कोई समस्या नहीं है।
मुख्य रूप से टियर- II और टियर-III शहरों में काम करने वाले वी-मार्ट ने कहा कि उसके सामने आपूर्ति की समस्या नहीं है, लेकिन एक उपभोक्ता कितना खरीद सकता है, इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वी-मार्ट के खुदरा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ललित अग्रवाल ने कहा कि हम वर्तमान समय में लॉकडाउन के दौरान लगभग 25 स्टोर चला रहे हैं, जो मुख्य रूप से यूपी और बिहार जैसे राज्यों में हैं। हालांकि, हमारे पास पर्याप्त आपूर्ति है लेकिन हमने खरीद की मात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। फ्यूचर ग्रुप ने भी अपने भोजन और किराने की दुकान श्रृंखला ईज़ीडे क्लब में कई प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि, कंपनी ने अपने बड़े फॉर्मेट वाले ‘बिग बाजार स्टोर्स में इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है, जहां वह कोविद -19 महामारी को रोकने के लिए सरकार के फैसले के बाद केवल आवश्यक वस्तुओं का वितरण कर रही है।
एचयूएल, आईटीसी, डाबर इंडिया, पारले प्रोडक्ट्स, जीसीपीएल और ज्योति लैब्स जैसी एफएमसीजी कंपनियां ने परिवहन और कारखानों में श्रमिकों की उपलब्धता को उनकी आपूर्ति श्रृंखला के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि दो से तीन सप्ताह के लिए पर्याप्त स्टॉक हैं और कारखानों के संचालन और ट्रकों की आवाजाही की अनुमति देने के लिए सरकार के हस्तक्षेप के बाद स्थिति में सुधार हुआ है।