नई दिल्ली। सरकार के सप्लाई बढ़ाने और कीमतों पर लगाम लगाने के तमाम कोशिशों के बावजूद दालों की कीमतों में तेजी जारी है। रिटेल मार्केट में अरहर दाल की कीमत 200 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई है। पिछले हफ्ते रिटेल मार्केट में अरहर की दाल 185 रुपए किलो तक बिकी थी। देश में कम उत्पादन के कारण दालों की कीमतों में पिछले कुछ महीनों से तेजी जारी है। इससे महंगाई और बढ़ सकती है। कमजोर मानसून और बेमौसम बारिश के कारण फसल वर्ष 2014-15 (जुलाई-जून) में दालों का उत्पादन करीब 20 लाख टन घटकर 1.72 करोड़ टन रही है।
डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के मुताबिक अरहर की कीमतें रिटेल मार्केट में 210 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है। जबकि पिछले साल इसी महीने में 85 रुपए किलो था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच साल से रिटेल मार्केट में अरहर दाल की कीमत 74 से 85 रुपए के आसपास बनी हुई थी। लेकिन इस बार सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं।
हालांकि उड़द दाल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले हफ्ते उड़द 187 रुपए प्रति किलो के भाव बिक रहा था। लेकिन अब कीमतें 170 रुपए किलो पर आ गई है। हालांकि उड़द दाल कीमत अभी भी पिछले साल के मुकाबले करीब दो गुना है। पिछले साल अक्टूबर में उड़द की दाल 98 रुपए किलो चल रही थी। सरकार ने घरेलू मार्केट में सप्लाई बढ़ाने और कीमतों को काबू में करने के लिए आयात और जमाखोरी पर लगाम लगाने समते कई उपाय किए हैं। लेकिन दोनों दालों की कीमत उंची बनी हुई है।
जमाखोरी पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने रविवार को बिग बाजार जैसी बड़ी दुकानों, लाइसेंस प्राप्त फूड प्रोसेसर्स, आयातक और निर्यातकों के लिए स्टॉक मिलिट लगा दी है। व्यापारियों पर स्टॉक मिलिट पहले से लागू है। इसके अलावा एमएमटीसी ने 5,000 अरहर दाल आयात किया है और 2000 टन अतिरिक्त आयात के लिये टेंडर जारी की है। साथ ही कंपनी आपूर्ति बढ़ाने के लिए विदेशों से दाल खरीदने को लेकर नए टेंडर जारी करने पर विचार कर रही है। केंद्र ने कीमतों में कमी लाने के लिए सभी राज्य सरकारों से एमएमटसी से सब्सिडीयुक्त दाल लेने और अपने राज्यों में इसकी सप्लाई करने को कहा है।
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