नई दिल्ली। खुदरा व्यापारियों के राष्ट्रीय संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत के खुदरा व्यापारियों को पिछले 100 दिनों में 15.5 लाख करोड़ रुपए के कारोबार का नुकसान हुआ है। कैट ने एक बयान में कहा कि देश भर में व्यापारी उपभोक्ताओं की कमी, कर्मचारियों की गैरहाजिरी के कारण दबाव में हैं और वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं।
कैट ने दावा किया कि केंद्र या राज्य सरकारों की तरफ से किसी समर्थन नीति के अभी तक नहीं होने के कारण भी व्यापारी परेशान हैं। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि घरेलू कारोबार इस सदी के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है और अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो भारत में लगभग 20 प्रतिशत दुकानें बंद हो जाएंगी।
गडकरी ने गरीबों को पूंजी मुहैया कराने के लिए अलग नीति पर दिया जोर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने हेतु पूंजी समर्थन मुहैया कराने के लिए एक अलग नीति की जरूरत पर जोर दिया। एमएसएमई और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री ने एक डिजिटल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से ऐसे पिछड़े लोगों, जिनके पास कौशल तो है, लेकिन पूंजी नहीं है, उनके लिए अलग नीति की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जब लोग ग्रामीण भारत से शहरी भारत की ओर पलायन करते हैं, तो यह उनकी इच्छा के कारण नहीं, बल्कि मजबूरी के कारण होता है। गडकरी ने कहा कि क्योंकि उनके पास रोजगार नहीं है और गरीबी एक बड़ी समस्या है। गरीबी उन्मूलन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से जिन लोगों के पास कुछ प्रतिभा है, जिनके पास साहस है, जिनके पास उद्यमशीलता है, हमें उन्हें वित्त देना चाहिए, हमें उनकी मदद करनी चाहिए।