Highlights
- दक्षिणी राज्यों में खुदरा भाव 120 रुपये प्रति किलोग्राम
- राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर 72 रुपये प्रति किलोग्राम
- राष्ट्रीय राजधानी में कीमतें मौजूदा स्तर से भी बढ़ सकती हैं
नयी दिल्ली। देश के अधिकांश शहरों में टमाटर की खुदरा कीमतें 80 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास चल रही हैं, लेकिन सरकारी आंकड़ों के अनुसार, व्यापक बारिश के कारण कुछ दक्षिणी राज्यों में इसका खुदरा भाव 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। चेन्नई में टमाटर का खुदरा भाव 160 रुपये प्रति किलो, पुडुचेरी में 90 रुपये प्रति किलो, बेंगलुरु में 88 रुपये प्रति किलो और हैदराबाद में 65 रुपये प्रति किलो हो गया है।
अन्य शहरों की बात करें तो केरल में टमाटर की खुदरा कीमतें कोट्टायम में 120 रुपये प्रति किलो, एर्नाकुलम में 110 रुपये प्रति किलो, तिरुवनंतपुरम में 103 रुपये प्रति किलो, पलक्कड़ में 100 रुपये प्रति किलो, त्रिशूर में 97 रुपये प्रति किलो तथा वायनाड और कोझीकोड में 90 रुपये प्रति किलो पर चल रही हैं। कर्नाटक में टमाटर का खुदरा भाव धारवाड़ में 85 रुपये किलो, मैसूर में 84 रुपये किलो, मेंगलूर में 80 रुपये किलो और बेल्लारी में 78 रुपये किलो है।
आंध्र प्रदेश में टमाटर की कीमतें विजावाड़ा में 91 रुपये प्रति किलो, विशाखापत्तनम में 80 रुपये प्रति किलो और तिरुपति में 75 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई हैं। तमिलनाडु में रामनाथपुरम में टमाटर 119 रुपये प्रति किलो, तिरुनेलवेली में 103 रुपये किलो, तिरुचिरापल्ली में 97 रुपये किलो, कुड्डालोर में 94 रुपये किलो और कोयंबटूर में 90 रुपये किलो बिक रहा है। हालांकि, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के 167 केंद्रों के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर 72 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिक रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की खुदरा कीमतों में अक्टूबर की शुरुआत से वृद्धि शुरू हुई और नवंबर में यह उच्चस्तर पर बनी हुई हैं। आजादपुर टमाटर संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा, ‘‘दक्षिण भारत से दिल्ली को टमाटर की आपूर्ति बारिश के कारण प्रभावित हुई है। अगर आने वाले दिनों में बारिश जारी रही, तो राष्ट्रीय राजधानी में कीमतें मौजूदा स्तर से भी बढ़ सकती हैं।’’ उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश से देसी किस्म के टमाटर की आवक के कारण आजादपुर थोक बाजार में टमाटर की कीमतों में मंगलवार को थोड़ी गिरावट आई।
क्यों महंगे हुए टमाटर?
टमाटर की खेती करने वाले किसान सोनू यादव बताते हैं कि इस सीजन में टमाटर का भाव प्रति किलो 20 से 30 रुपए रहता है। लेकिन इस समय टमाटर की ज्यादातर सप्लाई दक्षिण राज्यों से हो रही है। इन राज्यों में बारिश के कारण फसल को काफी नुकसान हुआ है इस कारण टमाटर के भाव कई गुना बढ़ गए हैं। वहीं शादियों का सीजन शुरू होने से टमाटर की मांग बढ़ी है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से भी टमाटर की खेती कम हुई।
जनवरी-फरवरी से कम हो सकते हैं दाम
थोक सब्जी कारोबारियों का कहना है कि नई फसल के लिए लोगों को जनवरी-फरवरी तक इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि नई फसल 15 अक्टूबर के आस-पास लगाई गई है, जिसे तैयार होने में कम से कम 3 महीने का समय लगेगा। शादियों के सीजन के साथ होटल, रेस्टोरेंट के खुलने के बाद मांग बढ़ती जा रही है।
चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश
नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत, 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 1.975 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है। इसके बाद भी यहां टमाटर 100 रुपए के करीब पहुंच गया है।