नई दिल्ली। खाने का सामान सस्ता हाने से खुदरा महंगाई दर दिसंबर में तेजी से घटकर 4.59 प्रतिशत रह गयी। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई दर इससे पिछले महीने नवंबर में 6.93 प्रतिशत रही थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार खाद्य महंगाई दर दिसंबर 2020 में घटकर 3.41 प्रतिशत रह गयी जो एक महीने पहले 9.5 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है।
आज जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक कीमतों में गिरावट का ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला है। ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा महंगाई दर नवंबर के मुकाबले 7.2 प्रतिशत से घटकर 4.07 प्रतिशत पर आ गई। वहीं खाद्य महंगाई दर 9.64 प्रतिशत से गिरकर 3.11 प्रतिशत पर आ गई। दूसरी तरफ शहरी इलाकों में महंगाई दर 6.73 प्रतिशत से गिरकर 5.19 प्रतिशत पर और खाद्य महंगाई 9.23 प्रतिशत से गिरकर 4.08 प्रतिशत पर आ गई। इस दौरान फलों की कीमतों में बढ़त देखने को मिली है वहीं सब्जियों की कीमतों में गिरावट रही है। दालों और मसालों की कीमतों में भी बढ़त देखने को मिली है।
वहीं दूसरी तरफ कपड़ों और ईंधन की महंगाई दर बढ़ी है। इसमें से भी ईंधन कीमतों का महंगाई दर पर ज्यादा असर देखने को मिला है। एक महीने के दौरान घरेलू सामान और सेवाओं, स्वास्थ्य, यातायात की महंगाई दर बढ़ गई है। तेल , मांस और अंडे, दुग्ध उत्पाद की कीमतों में भी बढ़त देखने को मिली है। एनएसओ के मुताबिक दिसंबर के आंकड़े शुरुआती हैं और इसमें बदलाव संभव है। वहीं नवंबर के आंकड़े संशोधित आंकड़े हैं। ये आंकड़े 1114 शहरी बाजारों और 1181 गांवों से लिए गए हैं। जो कि पूरे देश भर में फैले हैं।