नई दिल्ली। एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रेस्टोरेंट इंडस्ट्री इस साल करों के रूप में 22,400 करोड़ रुपए का योगदान करेगा और 58 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगा। इंडियन फूड सर्विसेज रिपोर्ट (आईएफएसआर), 2016 में यह निष्कर्ष निकाला गया है। यह रिपोर्ट आज यहां जारी की गई। यह रिपोर्ट रेस्टोरेंट इंडस्ट्री के संगठन नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने तैयार की है। इसके अनुसार देश का खाद्य सेवा बाजार अनुमानत: 3.09 लाख करोड़ रुपए का है और इसके 2021 तक पांच लाख करोड़ रुपए का होने की उम्मीद है।
एनआरएआई के मानद सचिव राहुल सिंह ने कहा कि रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि रेस्टोरेंट इंडस्ट्री 2021 तक देश की जीडीपी में 2.1 फीसदी का योगदान करेगा। एनआरएआई के अध्यक्ष रियाज अमलानी ने कहा, कुल खाद्य सेवाएं आज 3,09,110 करोड़ रुपए की हैं और 2013 में हमारी पिछली रिपोर्ट के बाद से इसमें 7.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 10 फीसदी चक्रवृद्धि बढ़ोतरी के साथ इसके 2021 तक 4,98,130 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है।
सिंह ने कहा, केवल इस साल ही, भारत का रेस्टोरेंट क्षेत्र 58 लाख लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगा और टैक्स के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था में 22,400 करोड़ रुपए का योगदान करेगा। इस रिपोर्ट को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने जारी किया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ साल से भारत उच्च वृद्धि दर की राह पर है। उन्होंने कहा, कुल बाजार आकार के लिहाज से यह उद्योग इस समय अनुमानत: 48 अरब डॉलर मूल्य का है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल बाजार में संगठित क्षेत्र का हिस्सा केवल 33 फीसदी है।