नई दिल्ली। प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस ने बड़े पैमाने पर छंटनी संबंधी खबरों को बढ़ाचढ़ाकर पेश की गई रिपोर्ट करार देते हुए आज कहा कि वह इस साल 20,000 नियुक्तियां करेगी। कंपनी ने कहा है कि उसने केवल 400 कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर निकालने का फैसला किया है।
इंफोसिस के सीओओ यूबी प्रवीण राव ने कहा कि प्रौद्योगिकी आधारित बदलाव से इंफोसिस जैसी कंपनियों के समक्ष नए अवसर पैदा हुए हैं। राव ने यहां आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद से मुलाकात की। बैठक के बाद उन्होंने कहा, छंटनी की तमाम खबरों के संबंध में, यह तो प्रदर्शन आधारित काम है जो हम हर साल करते हैं। वास्तविक संख्या 300-400 है, जो तो हर साल ही होती है। यह भी पढ़े: नारायण मूर्ति ने दिया IT इंडस्ट्री में छंटनी रोकने का आइडिया, वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में हो कटौती
उन्होंने कहा कि देश की यह दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी अधिक रोजगार सृजित कर रही है, अधिक लोगों को रख रही है और केवल प्रदर्शन के आधार पर थोड़े से ही लोगों को निकाल रही है। मंत्री के साथ मुलाकात के समय इंफोसिस के को-चेयरमैन रवि व्यंकेटेशन भी मौजूद थे।
प्रसाद ने भी कहा कि टीसीएस व इंफोसिस जैसी आईटी कंपनियां बड़ी पैमाने पर नियुक्तियां करती रहेंगी। उन्होंने कहा, टीसीएस ने लिखा है कि उन्होंने बीते तीन साल में 2.5 लाख लोगों को नौकरी दी है, इस साल वे 20,000 लोग और रखेंगे। सुस्ती से जुड़े ये सारे समाचार अवांछित हैं।