नई दिल्ली। सरकार ने भारतीय करेंसी नोटों के चीन में छापे जाने को लेकर हुए करार की खबरों को पूरी तरह से निराधार बताया है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा है कि वह सभी रिपोर्ट्स निराधार हैं जिनमें कहा गया है कि चायनीज करेंसी प्रिंटिंग कार्पोरेशन को भारतीय करेंसी छापने का कोई ऑर्डर दिया गया है। उन्होंने लिखा है कि भारतीय करेंसी नोट भारत सरकार और रिजर्व बैंक (RBI) की प्रिंटिंग प्रेसों में छपते आए हैं और आगे भी छपते रहेंगे।
चीन के एक वित्तीय अखबार साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा था कि चीन की सरकारी कंपनी चायना बैंक नोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कार्पोरेशन ने बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय करेंसी को छापने का कॉन्ट्रेक्ट मिला है, अखबार ने लिखा था जिन अंतरराष्ट्रीय करेंसी को छापने का कॉन्ट्रेक्ट मिला है उनमें भारतीय करेंसी भी शामिल है।
चीन के अखबार में छपी इस तरह की रिपोर्ट के बाद कई विपक्षी दलों ने सरकार से इस मुद्दे पर सफाई मांगी थी।