नई दिल्ली। रीयल एस्टेट उद्योग का कहना है कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में कटौती के फैसले से घरों की मांग में सुधार होगा, बशर्ते बैंक इसका लाभ उपभोक्ताओं को स्थानांतरित करें। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 5.75 प्रतिशत कर दिया है, जो इसका करीब नौ साल का निचला स्तर है। क्रेडाई के अफोर्डेबल हाउसिंग कमेटी के चेयरमैन और गौर ग्रुप के एमडी मनोज गौर ने कहा कि दरों में कटौती रीयल एस्टेट उद्योग की दृष्टि से अच्छी है। इससे उद्योग पर उल्लेखनीय रूप से सकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि रेपो दर में कटौती का लाभ कर्ज लेने वालों को मिलेगा।
क्रेडाई के चेयरमैन जैक्सी शाह ने कहा कि उद्योग रेपो दर में कटौती का इंतजार कर रहा था। अगला कदम यह होना चाहिए कि बैंक और वित्तीय संस्थान निचली दरों का लाभ कर्ज लेने वालों को दें। क्रेडाई पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और एबीए कॉर्प के डायरेक्टर अमित मोदी ने कहा कि दर कटौती से बाजार में उत्साह आएगा लेकिन नकदी संकट के मुद्दे से निपटने के लिए और कदम उठाने की जरूरत है। हम उम्मीद करते हैं कि बैंक इस कटौती का फायदा जल्द से जल्द ग्राहकों तक पहुंचाएंगे जिससे सुस्ती पड़ी घरों की मांग में एक बार फिर तेजी आएगी।
सिग्नेचर ग्लोबल के सह-संस्थापक और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि रिजर्व बैंक का निर्णय निश्चित रूप से रीयल एस्टेट उद्योग के लिए लाभकारी होगा। सीबीआरआई के चेयरमैन और सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा कि ब्याज दर में कमी और और बजट के प्रोत्साहनों से पूरी अर्थव्यवस्था और खास कर रियल एस्टेट क्षेत्र के ग्राहकों का हौसला बढ़ेगा। भूटानी इंफ्रा के सीईओ आशीष भूटानी ने कहा कि रेपो दर में कटौती का रीयल एस्टेट क्षेत्र पर सीधा असर होगा। बशर्ते बैंक भी इतनी ही कटौती का लाभ ग्राहकों को दें।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि दर कटौती से सकारात्मक संकेत तो जाएगा लेकिन इसका सही लाभ तभी मिलेगा जबकि बैंक भी घर के खरीदारों के लिए ब्याज दर घटाएं। नाइट फ्रैंक के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजाल ने कहा कि नई सरकार के कार्यकाल में पहली दर कटौती स्वागतयोग्य है। विशेषरूप से इससे रीयल एस्टेट क्षेत्र को फायदा होगा।
हाउसिंग.कॉम, प्रॉपटाइगर.कॉम और मकान.कॉम के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) मणि रंगराजन ने कहा कि रेपो दर में कटौती का कदम धारणा की दृष्टि से काफी सकारात्मक है।
मुंबई की रूपारेल रीयल्टी के अमित रूपारेल ने कहा कि हम चाहते हैं कि बैंक भी आवास ऋण पर ब्याज दरों में इतनी ही कटौती करें। प्रतीक ग्रुप के चेयरमैन प्रशांत तिवारी ने कहा कि रेपो दर में कटौती स्वागतयोग्य कदम है। बैंकों को भी आवास ऋण पर ब्याज दर में कमी करनी चाहिए। अजनारा के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अशोक गुप्ता ने कहा कि नीतिगत दर में लगातार तीसरी कटौती से आवास ऋण के ग्राहकों को राहत मिलेगी और रीयल एस्टेट क्षेत्र को फायदा होगा।
एटीएस समूह की कंपनी होमक्राफ्ट के सीईओ प्रसून चौहान ने कहा कि इससे विशेषरूप से सस्ते और मध्यम खंड के घर खरीदारों को फायदा होगा। महागुन के निदेशक धीरज जैन और साया गुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विकास भसीन ने भी इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे घरों की मांग बढ़ेगी।