नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की उम्मीद लगाए आम आदमी को आने वाले दिनों में बढ़ी हुई कीमतों का बड़ा झटला लग सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम और बढ़ गए हैं और घरेलू स्तर पर रुपए में भारी गिरावट आई है, इस वजह से अब ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ गई है और उन्हें पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
73 डॉलर के पार पहुंचा ब्रेंट क्रूड
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है, बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड के दाम 73.08 डॉलर प्रति बैरल तक चले गए हैं जो नवंबर 2014 के बाद सबसे ज्यादा भाव है। ब्रेंट क्रूड के अलावा WTI क्रूड की कीमतें भी 67 डॉलर के ऊपर हैं जो दिसंबर 2014 के बाद सबसे ज्यादा भाव है। ब्रेंट और WTI क्रूड की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी की वजह से ऑयल मार्केटकिंग कंपनियों की लागत बढ़ गई है और उन्हें पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
5 महीने के निचले स्तर पर रुपया
कच्चा तेल महंगा होने के अलावा रुपए की कमजोरी ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की मुसीबत और बढ़ा दी है। डॉलर का भाव बढ़कर 65.36 रुपए तक पहुंच गया है जो करीब 5 महीने में सबसे ज्यादा भाव है, महंगे डॉलर और कमजोर रुपए की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को कच्चा तेल आयात करने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी और वह इस कीमत को पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर ग्राहकों से वसूल सकती हैं।
आज ऐसा है पेट्रोल और डीजल का दाम
गुरुवार को दिल्ली में पेट्रोल 73.94 रुपए, कोलकाता में 76.65 रुपए, मुंबई में 81.80 रुपए और चेन्नई में 76.71 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच चुका है, डीजल की बात करें तो गुरुवार को दिल्ली में इसका दाम 64.93 रुपए, कोलकाता में 67.62 रुपए, मुंबई में 69.14 रुपए और चेन्नई में 68.49 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है।