मुंबई। मुकेश अंबानी ने सोमवार को अगले 18 महीने में रिलायंस ग्रुप को जीरो-शुद्ध कर्ज मुक्त कंपनी बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरेमको को ऑयल और केमिकल बिजनेस में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी और फ्यूल रिटेलिंग बिजनेस में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बीपी को बेचने से प्राप्त होने वाली राशि का इस्तेमाल कर्ज कम करने में किया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 42वीं आम बैठक में उन्होंने कहा कि सऊदी अरेमको और बीपी के साथ सौदा चालू वित्त वर्ष तक पूरा होने की उम्मीद है। इन दोनों सौदों से कंपनी को 1.15 लाख करोड़ रुपए की राशि मिलने की उम्मीद है।
इन दो बड़े सौदों के साथ ही अन्य सौदों के साथ ग्रुप के पास पर्याप्त नकदी होगी, जिसकी मदद से कंपनी को अगले 18 महीने के भीतर शून्य-शुद्ध कर्ज मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले 18 महीने में पूरी तरह से कर्ज मुक्त कंपनी बनाने के लिए हमारे पास स्पष्ट रणनीति है।
रिलायंस ने अगले एक दशक के दौरान 1 अरब डॉलर वार्षिक से अधिक का एबिटडा पाने के लिए पिछले 5 सालों मे 5.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। अंबानी ने कहा कि रिलायंस अगली कुछ तिमाहियों के दौरान जियो और रिलायंस रिटेल में कई प्रमुख ग्लोबल पार्टनर को शामिल करेगी।
अंबानी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में हम कर्ज मुक्त कंपनी बनने का लक्ष्य हासिल करते हैं तो मैं आश्वस्त करता हूं कि शेयरधरकों को उच्च डिविडेंड, बोनस और अन्य के जरिये पुरस्कृत किया जाएगा। पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज पर कुल 1,54,478 करोड़ रुपए का कर्ज था।