मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं वर्षगांठ (1977-2017) पर आयोजित कार्यक्रम में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी, जिसकी सभी प्रगति का श्रेय इसके संस्थापक धीरूभाई अंबानी को जाता है, के पास दुनिया की टॉप-20 कंपनियों में शामिल होने की क्षमता है। रिलायंस फैमिली डे के अवसर पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि आज, रिलायंस एनर्जी और मैटेरियल्स में ग्लोबल लीडर है, जहां सुरक्षित रूप से परिचालन एक जुनून है और जियो एवं रिटेल के साथ-जहां हमने भारत में एक नेतृत्वकारी स्थिति हासिल की है-हम ग्राहकों के दिल में बसे हैं।
इस मौके पर मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी ने कहा कि धीरूभाई अंबानी सभी स्टार्टअप्स के पिता थे। 1977 में जब धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस की शुरुआत की थी, तब वह भारत की आम जनता के पास गए और कहां कि मुनाफा आपका होगा और घाटा मेरा। ईशा ने आगे कहा कि यह ऐसा ज्ञान है जो कोई भी बिजनेस स्कूल हमें नहीं सिखाएगा।
उन्होंने कहा कि हम अपने स्वर्णिम वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, रिलायंस में हम एक अनूठी स्थिति में हैं जहां दुनिया की बहुत थोड़ी कंपनियां ही पहुंची हैं। उन्होंने अपने कर्मचारियों से पूछा कि क्या रिलायंस दुनिया की टॉप-20 कंपनियों में शामिल हो सकती है? इसके जवाब में कर्मचारियों की आवाज गूंजी कि हां हम कर सकते हैं, और हां हम करेंगे। अंबानी के इस भाषण को कर्मचारियों और उनके परिवार को सोशल मीडिया के जरिये सुनाया गया। 50,000 से अधिक लोगों ने रिलायंस कॉर्पोरेट पार्क में आयोजन समारोह में भाग लिया।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि अन्य 2,00,000 कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। पूरे देश में विनिर्माण, रिटेल स्टोर और जियो प्वॉइंट्स के 1,000 से अधिक स्थानों पर इस कार्यक्रम को लाइव दिखाया गया। अंबानी ने कहा कि उनका मानना है कि आगे आने वर्षों में दुनिया जीवाश्म ईंधन से स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ेगी। तब उन्होंने पूछा कि क्या रिलायंस भारत को स्वच्छ और किफायती ऊर्जा उपलब्ध कराने वाली कंपनी बन सकती है? भीड़ से दोबारा आवाज आई हां हम कर सकते हैं, और हां हम ऐसा करेंगे।
मुकेश ने इस मौके पर कहा कि कंपनी धीरूभाई के आदर्शों, सपनों और सिद्धांतों पर चलती रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम रिलायंस द्वारा अर्जित सारी उपलब्धियां धीरूभाई को समर्पित करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता कालजयी इतिहासपुरुष हैं और वह हर पीढ़ियों के भारतीयों के लिए आदर्श व प्रेरणास्रोत हैं। हम उनके सपनों के प्रति समर्पित रहेंगे।’’ उन्होंने कहा, यह धीरूभाई के कारण ही संभव हुआ कि रिलायंस एक कर्मचारी से बढ़कर ढाई लाख से अधिक कर्मचारियों की, एक हजार रुपए से छह लाख करोड़ रुपए से अधिक की तथा एकमात्र शहर से 28 हजार शहरों और चार लाख से अधिक गांवों की कंपनी बन सकी है।