नई दिल्ली। तेल से लेकर टेलीकॉम तक फैले कारोबार को देखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के कर्ताधर्ता मुकेश अंबानी अपनी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की तैयारी कर रहे हैं। अभी तक रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने इस नए वेंचर में 31 अरब डॉलर का भारी निवेश कर चुकी है। बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो का आईपीओ 2018 के अंत तक या 2019 की शुरुआत में लाने की योजना बना रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने आंतरिक प्रबंधन से जियो को आईपीओ के लिए तैयार करने के लिए भी कहा है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिलायंस जियो इंफोकॉम को 270.59 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और उसका कुल राजस्व 6,147 करोड़ रुपए रहा। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि ब्याज और टैक्स चुकाने से पहले उसने सकारात्मक आय दर्ज की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली रिलायंस जियो इंफोकॉम को मुकेश अंबानी ने पिछले साल सितंबर में आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया था। 30 सितंबर 2017 तक जियो के कुल ग्राहकों की संख्या 13.86 करोड़ थी।
कंपनी की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट के मुताबिक 5 सितंबर 2016 से अपना परिचालन शुरू करने वाली रिलायंस जियो दुनिया में सबसे तेज विकसित होने वाली टेक्नोलॉजी कंपनी बन गई है। इसने केवल 170 दिन में 10 करोड़ ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया था। इसने प्रति दिन 6 लाख नए ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा। जियो भारत के सभी 29 राज्यों में मौजूद है। इसकी 18,000 से अधिक शहरों और दो लाख से अधिक गांवों में सीधी भौतिक उपस्थिति है।