बेंगलुरु: रिलायंस रिटेल ने महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए पारंपरिक परिधान और साड़ियों के स्टोर ‘अवंत्रा बाय ट्रेंड्स’ की शुरुआत की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि यहां खुला फ्लैगशिप स्टोर 9,500 वर्ग फुट में फैला है। बयान के मुताबिक, ‘‘अवंत्रा बाय ट्रेंड्स में 25-40 वर्ष आयु वर्ग की भारतीय महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए परिधान हैं, जो परंपरा, संस्कृति और विरासत को महत्व देती हैं और जो भी ‘भारतीय’ तथा ‘पारंपरिक’ है, उसको पसंद करती हैं।’’
अवंत्रा बाय ट्रेंड्स इस समय 80 से अधिक बुनकरों, डिजाइनरों, कारीगरों, मास्टर शिल्पकारों और निर्माताओं के साथ काम कर रहा है, जिसमें देश भर के 25 से अधिक साड़ी शिल्प कल्स्टर के 10 पुरस्कार विजेता कारीगर या मास्टर शिल्पकार शामिल हैं। रिलायंस रिटेल ने कहा कि शुरुआत में चालू वित्त वर्ष के अंत तक अवंत्रा बाय ट्रेंड्स के करीब 30 स्टोर दक्षिण भारत में खोले जाएंगे और फिर इसका पूरे भारत में विस्तार किया जाएगा।
फ्यूचर कंज्यूमर की कुल बिक्री में रिलायंस रिटेल की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत तक पहुंची
किशार बियाणी के नेतृत्व वाले फ्यूचर समूह की कंपनी फ्यूचर कंज्यूमर के वित्त वर्ष 2020-21 की कुल बिक्री में रिलायंस रिटेल का योगदान एक चौथाई से अधिक का तक पहुंच गया। रिलायंस रिटेल फ्यूचर कंज्यूमर की दूसरी सबसे बड़ी ग्राहक बन गई है। कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्त वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज लि.की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर कंजूमर लि.(एफसीएल) से 157.54 करोड़ रुपये का माल ख़रीदा, जो एफसीएल की कुल 586.15 करोड़ रुपये की बिक्री का 26.8 प्रतिशत है।
पिछले वर्ष 29 अगस्त को हुए 24,713 करोड़ रुपये के समझौते के अनुसार फ्यूचर ग्रुप की 19 समूह कंपनियों में से एक एफसीएल भी है, जिसे फ्यूचर एंटरप्राइजेज के साथ विलय के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि.(आरआरवीएल) को स्थांतरित कर दिया जाएगा। फ्यूचर समूह की खुदरा इकाई फ्यूचर रिटेल लि.(एफआरएल) 31 मार्च, 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए 319.52 करोड़ रुपये की खरीद के साथ सूची में सबसे ऊपर है।
हालांकि, एक साल पहले एफआरएल द्वारा की गई 2,631.58 करोड़ रुपये की खरीद की तुलना में यह रकम हालांकि 87.9 फीसदी कम थी। शीर्ष ग्राहकों की सूची में केवल एफआरएल और रिलायंस रिटेल लि.है, जिनकी एफसीएल की आय में एक साथ 477.06 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2020-21 में उत्पादों की बिक्री से एफसीएल का राजस्व 586.15 करोड़ रुपये था। इसमें दोनों कंपनियों ने कुल बिक्री में लगभग 81.3 प्रतिशत का योगदान दिया।