नई दिल्ली। अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की संपत्ति प्रबंधन इकाई रिलायंस निप्पन लाइफ एमएमसी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दस्तावेज जमा कराए हैं। इसके तहत कंपनी अपनी निर्गम पश्चात चुकता पूंजी के 10 प्रतिशत के बराबर शेयर जारी करेगी।
मर्चेंट बैंकरों का कहना है कि इससे रिलायंस निप्पन लाइफ एसेट मैनेजमेंट कंपनी का मूल्यांकन करीब 18,000 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है। इस तरह 10 प्रतिशत शेयर जारी कर वह 1800 करोड़ रुपए जुटा सकती है। यह किसी बड़ी संपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) का पहला आईपीओ होगा। हालांकि, उसकी छोटी प्रतिद्वंद्वी यूटीआई म्यूचुअल फंड की आईपीओ की योजना काफी समय से चल रही है। यह रिलायंस समूह का करीब नौ साल बाद पहला आईपीओ होगा। इससे पहले 2008 में रिलायंस पावर का आईपीओ आया था।
दस्तावेजों के अनुसार रिलायंस निप्पन लाइफ एसेट मैनेजमेंट कंपनी आईपीओ के तहत 2,44,80,000 नए शेयरों की पेशकश करेगी। इसके अलावा रिलायंस कैपिटल 1,12,30,200 शेयरों और निप्पन लाइफ इंश्योरेंस 2,54,89,800 शेयरों की बिक्री पेशकश करेगी। इस तरह आईपीओ का आकार कंपनी की चुकता पूंजी के 10 प्रतिशत के बराबर होगा।
बैंकरों ने कहा कि आमतौर पर किसी संपत्ति प्रबंधन का मूल्यांकन उसके प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) का पांच प्रतिशत बैठता है। इससे रिलायंस निप्पन लाइफ एसेट मैनेजमेंट कंपनी का मूल्यांकन 18,000 करोड़ रुपए बैठेगा। 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री से कंपनी 1,800 करोड़ रुपए तक जुटा सकती है।