नई दिल्ली। एक सितंबर को जब रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपनी नई टेलीकॉम सर्विस रिलायंस जियो (Rjio) को शुरू करने के लिए घोषणाएं कर रहे थे, तब उन्हें भी शायद यह अनुमान नहीं होगा कि उनकी इस सेवा के लिए लोगों की भीड़ इस कदर टूट पड़ेगी। रिलायंस जियो की चर्चा इस समय पूरे देश में है। जहां एक ओर उपभोक्ता इसकी सर्विस को हासिल करने के लिए पसीना बहा रहा है, वहीं दूसरी टेलीकॉम कंपनियां इसकी सर्विस को रोकने में अपना पूरा जोर लगा रही हैं। ऐसी परिस्थिति में उपभोक्ता और रिलायंस जियो दोनों ही पेरशान हैं।
रिलायंस जियो सिम की बढ़ी मांग
31 दिसंबर तक मुफ्त वॉयस कॉलिंग और प्रति दिन 4 जी स्पीड वाला 4जीबी डेटा इस्तेमाल करने की सुविधा के लिए हर कोई रिलांयस जियो की सिम पाना चाहता है। इस वजह से रिलायंस जियो सिम की मांग अचानक बढ़ गई है। मांग बढ़ने से इसे पाना और भी कठिन हो गया है। इंडिया टीवी पैसा ने नोएडा के कुछ मोबाइल स्टोर पर जाकर जब रिलायंस जियो सिम के बारे में पूछताछ की तो हर जगह निराशाजनक बातें ही पता चलीं। नोएडा के सेक्टर 80 में मुस्कान मोबाइल स्टोर पर रिलायंस के लाइफ ब्रांड स्मार्टफोन तो उपलब्ध हैं, लेकिन उनके साथ मिलने वाली सिम नहीं है। स्टोर के संचालक योगेंद्र सिंह कहते हैं कि सिम एक्टीवेट होने में काफी समय लग रहा है। कंपनी की तरफ से भी नई सिम उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं।
सिम एक्टीवेशन में लग रहा है ज्यादा समय
मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनकी कंपनी सिम को आधार लिंक्ड केवायसी प्रक्रिया के तहत केवल 15 मिनट में एक्टीवेट कर देगी। लेकिन इतनी अधिक संख्या में सिम एक्टीवेशन एप्लीकेशन पहुंचने से कंपनी का पूरा तंत्र ही गड़बड़ा गया है। जिन लोगों को सिम मिल चुकी है अब उन्हें इसके एक्टीवेट होने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं जो लोग अपना नंबर रिलायंस जियो में पोर्ट करवाना चाहते हैं, उन्हें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
टेलीकॉम क्षेत्र में भी मचा घमासान
रिलायंस जियो द्वारा सस्ती दरों पर डेटा और मुफ्त वॉयस कॉल की सुविधा दिए जाने से टेलीकॉम क्षेत्र में घमासान मच गया है। एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी पुरानी कंपनियों ने रिलायंस जियो की सेवाओं को गैर-प्रतिस्पर्धी बताया है। इतना ही नहीं इन कंपनियों ने जियो और उनके बीच प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट से मना कर दिया है। इससे जियो सिम से कॉल करने वाले ग्राहकों का कॉल ड्रॉप रेट काफी बढ़ने की संभावना है।
ट्राई ने बुलाई सभी कंपनियों की बैठक
दूरसंचार नियामक ट्राई ने रिलायंस जियो और एयरटेल, वोडाफोन तथा आइडिया जैसी पुराने कंपनियों के बीच प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट यानी कॉल को प्रवेश देने के मार्ग पर विवाद का समाधान ढूंढने के लिए एक बैठक बुलाई है।