नई दिल्ली। रिलायंस जियो को अगले दो-तीन साल में लाभ में आने के लिए 7.5 से 8 करोड़ ऐसे उपभोक्ताओं की जरूरत होगी, जो अपने मोबाइल बिल पर औसतन मासिक 180 रुपए खर्च करते हों।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई ने जीवनभर के लिए वॉयस कॉल और रोमिंग सेवाएं मुफ्त में देने की पेशकश की है। इसके अलावा उसने डेटा शुल्क मौजूदा दरों का दस फीसदी रखने का ऐलान किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कल कहा कि कंपनी जितनी जल्दी हो सके, 10 करोड़ ग्राहकों का लक्ष्य लेकर चल रही है।
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फ्री में कर सकेंगे रिलायंस जियों से किसी भी नंबर पर बात, दिसंबर तक डेटा मिलेगा फ्री
बाजार विश्लेषकों ने इसे कंपनी का नॉकआउट पंच करार दिया है। उनका मानना है कि भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर जैसी मौजूदा कंपनियां अपनी बाजार हिस्सेदारी कायम रखने के लिए अगले कुछ दिन में नई मूल्य और बाजार रणनीति की घोषणा करेंगी। आईडीएफसी सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा, हमारा मानना है कि रिलायंस जियो को अगले दो-तीन साल में घाटे से उबरकर लाभ में आने के लिए 7.5 से 8 करोड़ ऐसे ग्राहकों की जरूरत होगी, जो मासिक औसतन 180 रुपए खर्च करते हों।
नोट में कहा गया है कि रिलायंस जियो की वृद्धि में मुख्य योगदान छोटी कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने से होगा। इसके अलावा उसे मौजूदा बड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी में भी सीमित हिस्सा मिलेगा। गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि रिलायंस जियो वित्त वर्ष 2019-20 तक 7.5 करोड़ ग्राहकों के साथ लाभ की स्थिति में आ सकती है। फिलहाल देश में मासिक डेटा इस्तेमाल का औसत 600-900 एमबी है। उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि रिलायंस जियो आक्रामक मूल्य ढांचे से डेटा इस्तेमाल में वृद्धि के जरिये लाभ हासिल करेगी।