नई दिल्ली। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड अपना सीमेंट कारोबार बेचने के लिए अंतिम दौर की बातचीत कर रही है। इस मामले से सीधे जुड़े एक सूत्र ने कहा कि यह सौदा 2600 करोड़ रुपए में होने की उम्मीद है और इस हफ्ते के आखिरी तक इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है। सौदे की शर्तों के तहत खरीदार सीमेंट यूनिट का आउटस्टेंडिंग लोन भी लेगा, जो 2400 करोड़ रुपए है, इससे सीमेंट कारोबार की वैल्यू 5,000 करोड़ रुपए है।
रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने इस पर कोई भी बयान देने से इंकार किया है। रिलायंस ग्रुप टेलीकॉम से लेकर फाइनेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में सलंग्न है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की सीमेंट यूनिट के पास तीन प्लांट हैं, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 58 लाख टन प्रति वर्ष है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक अन्य 50 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाला सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पश्चिमी महाराष्ट्र में निर्माणाधीन है।
सूत्र ने बताया कि एक कंसोर्टियम, जिसमें कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्म शामिल हैं, इस सौदे के लिए बोली लगाने में सफल रहा है। इससे पहले सात बोलीदाताओं का चयन किया गया था। सूत्र ने बताया कि इस सौदे से मिलने वाली राशि का उपयोग ग्रुप पर लोन के बोझ को कम करने में किया जाएगा। इससे पहले भी खबरें आई थीं कि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर सीमेंट कारोबार की बिक्री के लिए सीमेंट निर्माताओं के साथ ही कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्म, जिसमें ब्लैकस्टोन ग्रुप एलपी और कार्लाइल ग्रुप एलपी शामिल हैं, से बातचीत कर रही है।