नई दिल्ली। देश में पर्यावरण, सामाजिक विकास और पारदर्शी संचालन व्यवस्था की दृष्टि से टॉप 10 टिकाऊ कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) सबसे ऊपर है। एक नए सर्वे के मुताबिक RIL, वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और विप्रो देश की सबसे टिकाऊ कंपनी के रूप में उभर कर सामने आई हैं। देश की टॉप 10 मोस्ट ससटैनेबल कंपनियों की लिस्ट में आरआईएल, वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, विप्रो, आईटीसी, टाटा पावर, टाटा केमीकल्स, हिंदुस्तान जिंक और एसीसी शामिल हैं।
सीआईआई-आईटीसी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ससटैनेबल डेवलपमेंट सर्वे के मुताबिक 20 सेक्टर की 100 कंपनियों में से केवल 18 कंपनियों ने ही मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराई, जबकि दो कंपनियों ने आंशिक जानकारी दी। शेष कंपनियों ने या तो जानकारी नहीं दी या सर्वे में भाग लेने से मना कर दिया। सीआईआई ने कहा है कि जब किसी सेक्टर की कंपनियां सूचना साझा नहीं करती हैं, वे कुल मिलाकर उस सेक्टर के प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाती हैं। ट्रांसपोर्टेशन, अन्य वित्तीय सेवाएं और मीडिया सेक्टर को सबसे कम अंक मिले हैं। इससे यह भी पता चलता है कि इन सेक्टर में पारदर्शिता का अभाव है।
10 कंपनियों को ससटैनेबल प्लेटिनम, 7 को ससटैनेबल प्लस गोल्ड और शेष 83 कंपनियों को ससटैनेबल प्लस ब्रांज पदक दिए गए। प्लस प्लेटिनम कंपनियां भारत की सबसे टिकाऊ कंपनी मानी गई हैं। 20 सेक्टर्स में टेक्सटाइल्स, अपैरल्स एंड एसेसरीज, ट्रांसपोर्ट, मीडिया, डायवर्सिफाइड, फार्मास्यूटिकल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, अन्य वित्तीय सेवाएं, बैंक, यूटीलिटीज, ऑयल एंड गैस, कैपिटल गुड्स, ऑटोमोबाइल्स, कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स, हाउसहोल्ड एंड पर्सनल प्रोडक्ट्स, केमीकल एंड पेट्रोकेमीकल्स, फूड, बेवरेज एवं तंबाकू, मेटल्स एंड माइनिंग, सॉफ्टवेयर और सर्विसेस, टेलीकॉम सर्विसेस और जनरल इंडस्ट्रीज शामिल हैं।