नई दिल्ली। मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड तिमाही मुनाफा कमाया है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसे 9,516 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। यह किसी एक तिमाही में कंपनी का सर्वाधिक मुनाफा है।
कंपनी ने इस दौरान पेट्रोकेमिकल कारोबार में रिकॉर्ड कमाई की। इसी तरह उसने खुदरा कारोबार और दूरसंचार क्षेत्र में भी जोरदार कमाई की। इससे तेलशोधन क्षेत्र में मार्जिन में गिरावट की भरपाई करने में मदद मिली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने नतीजों पर कहा कि वृहद आर्थिक चुनौतियों के बावजूद हमारी कंपनी ने पिछली तिमाही में ठोस संचालन एवं वित्तीय नतीजे दिए हैं। साथ ही साल-दर-साल आय में बढ़ोतरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि जिंस और मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच हमारे एकीकृत तेलशोधन और पेट्रोकेमिकल कारोबार ने अच्छी आय सृजित की।
कंपनी ने बयान जारी कर कहा है कि वर्तमान वित्त वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ 9,516 करोड़ रुपए या प्रति शेयर 16.1 रुपए रहा।
जुलाई-सितंबर में कंपनी के शुद्ध लाभ में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 17.4 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। पिछले साल की इसी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध मुनाफा 8,109 करोड़ रुपए या 13.7 रुपए प्रति शेयर रहा था। आलोच्य तिमाही में कंपनी का राजस्व भी 54.5 प्रतिशत बढ़कर 156,291 करोड़ रुपए रहा।
खुदरा कारोबार से कंपनी का कर पूर्व लाभ 213 प्रतिशत के उछाल के साथ 1,392 करोड़ रुपए रहा। इस अवधि में इस दौरान इस कारोबार में उसकी आय दोगुना से अधिक होकर 32,436 करोड़ रुपए तक तक पहुंच गई। कंपनी के दूरसंचार अनुषंगी रिलायंस जियो का एकल शुद्ध लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 11.3 प्रतिशत बढ़कर 681 करोड़ रुपए रहा। कंपनी के ग्राहकों की संख्या 25.23 करोड़ तक पहुंच गई है। रिलायंस जियो को पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कर पूर्व 271 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
पेट्रो-रासायन कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कर पूर्व लाभ 63.7 प्रतिशत की उछाल के साथ 8,120 करोड़ रुपए रहा। दुनिया की सबसे बड़ी निजी रिफाइनरी चलाने वाली इस कंपनी के तेल शोधन कारोबार में कर पूर्व कारोबार में लगातार दूसरी तिमाही में गिरावट देखने को मिली। मार्जिन गिरने से इस क्षेत्र में कंपनी का कर पूर्व लाभ 19.6 प्रतिशत लुढ़ककर 5,322 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछली तिमाही में इसके तेलशोधन व्यवसाय के कर पूर्व लाभ में 16.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। तेल और गैस उत्पादन में गिरावट से इस कारोबार में कंपनी की कर पूर्व हानि पिछले साल की दूसरी तिमाही की 272 करोड़ रुपए की तुलना में इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान बढ़कर 480 करोड़ रुपए हो गई।