नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचरों यानि एनसीडी की बिक्री से 8,500 करोड़ रुपये जुटाये हैं। कंपनी ने इस पर 7.20 प्रतिशत का ब्याज देने की पेशकश की है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए रिजर्व बैंक ने 27 मार्च को खास रेपो ऑपरेंशन की शुरुआत की थी, जिससे बांड बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ गया है। इस ऑपरेशन से बैंकों को मौजूदा 4.40 प्रतिशत की रेपो दरों पर फंड उपलब्ध हो रहा है। रिलायंस इंडस्ट्री ने इस दर के मुकाबले 280 बेस प्वाइंट के प्रीमियम के साथ डिबेंचर ऑफर किए हैं।
बाजार सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा कि रिलायंस ने शुक्रवार को एनसीडी से 8,500 करोड़ रुपये जुटाए। इसमें 4,000 करोड़ रुपये के डिबेंचर की परिपक्वता अवधि तीन साल होगी और इस पर कंपनी 7.20 प्रतिशत का तय ब्याज देगी। वहीं 4,500 करोड़ रुपये के बांड पर ब्याज की दर बदलती रहेगी। कंपनी ने यह निर्गम बृहस्पतिवार को जारी किया। इसका अधिकतर हिस्सा भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक ने खरीदा है।