नई दिल्ली। तेल से लेकर टेलीकॉम के क्षेत्र में अग्रणी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने गुरुवार को कहा कि उसका वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही का मुनाफा सालाना आधार पर 9.79 प्रतिशत बढ़कर 10,362 करोड़ रुपए रहा है। ऑयल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट के कमजोर प्रदर्शन के बावजूद कंपनी ने अपने रिटेल और टेलीकॉम के मजबूत प्रदर्शन से रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि जनवरी-मार्च 2019 तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 10,362 करोड़ रुपए या 17.5 रुपए प्रति शेयर रहा। जनवरी-मार्च 2018 तिमाही में कंपनी का मुनाफा 9,438 करोड़ रुपए या 15.9 रुपए प्रति शेयर था।
मार्केट कैप के मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की आय समीक्षाधीन अवधि में 19.4 प्रतिशत बढ़कर 154,110 करोड़ रुपए रही। कंपनी का पीबीडीआईटी 16.30 प्रतिशत बढ़कर सालाना आधार पर 24,047 करोड़ रुपए रहा।
पूरे वित्त वर्ष में रिटेल बिजनेस का मुनाफा 77 प्रतिशत बढ़कर 1,923 करोड़ रुपए और टेलीकॉम बिजनेस का मुनाफा 78.3 प्रतिशत बढ़कर 2,665 करोड़ रुपए रहा। टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो को सालाना आधार पर जनवरी-मार्च 2019 तिमाही में मुनाफा 64.70 प्रतिशत बढ़कर 840 करोड़ रुपए रहा, जो जनवरी-मार्च 2018 में 510 करोड़ रुपए था।
वित्तीय परिणामों पर बोलते हुए चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि वित्त वर्ष 2019 के दौरान हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और रिलायंस को भविष्य की कंपनी बनाने पर जोर दिया है। रिलायंस रिटेल ने 100,000 करोड़ आय का आंकड़ा छुआ, जियो के ग्राहकों की संख्या बढ़कर 30 करोड़ हो गई और हमारे पेट्रोकेमीकल बिजनेस ने अभी तक का सर्वाधिक आय प्रदान की है।