नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के नतीजे बाजार की उम्मीद से बेहतर रहे हैं। शुक्रवार को कंपनी ने दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड मुनाफा 12.5 फीसदी बढ़ा है। रिफाइनिंग बिजनेस का मार्जिन बढ़ने से कंपनी का मुनाफा भी बढ़ा है। दूसरी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा बढ़कर 67.2 अरब रुपए रहा है, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 59.72 अरब रुपए था। विश्लेषकों ने दूसरी तिमाही का मुनाफा 59.47 अरब रुपए रहने का अनुमान लगाया था।
जीआरएम सात साल के उच्चतम स्तर पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 7 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। रिफाइनिंग मार्जिन की बात करें तो वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में आरआईएल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 10.6 डॉलर प्रति बैरल रहा है। चालू वि त्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 10.4 डॉलर प्रति बैरल रहा था।
5000 करोड़ रुपए का टर्नओवर
दूसरी तिमाही में आरआईएल का टर्नओवर 5000 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी का स्टैंडअलोन मुनाफा 4 फीसदी बढ़कर 6561 करोड़ रुपए हो गया है। जबकि वित्त वर्ष 2016 की पहली तिमाही में स्टैंडअलोन मुनाफा 6318 करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही में आरआईएल स्टैंडअलोन आय 7.6 फीसदी घटकर 60817 करोड़ रुपए रह गई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आरआईएल का स्टैंडअलोन आय 65817 करोड़ रुपए रही थी।
रिफाइनिंग कारोबार का प्रदर्शन उल्लेखनीय
रिजल्ट पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी ने कहा कि इस तिमाही में हमने रिकॉर्ड एबिटा और मुनाफा हासिल किया है। उन्होने ने कहा हाई यूटिलाइजेशन और अनुकूल तेल बाजार के कारण रिफाइनिंग कारोबार का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। अंबानी ने कहा कि पेट्रोकेमिकल से मुनाफा पिछली तिमाही के 2458 करोड़ रुपए से बढ़कर 2520 करोड़ रुपए हो गया है। मुकेश अंबानी ने कहा दूसरी तिमाही के दौरान निर्माण गतिविधियों को तेज गती से बढ़ाया है। डिजिटल सर्विसेज में देश भर में काफी हद तक नेटवर्क को रोल-आउट कर लिया गया है और नेटवर्क और प्लेटफार्मों की बीटा टेस्टिंग की जा रही है। जल्द ही देश में 4जी सेवा शुरू कर दी जाएगी।