नयी दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज को तमिलनाडु के अपतटीय इलाकों में आठ अतिरिक्त अन्वेषण कुओं की खुदाई, भंडार क्षमता के आकलन और तेल, गैस भंडार की कॉमर्शियल फीजिबिलिटी के लिए 800 करोड़ रुपए की परियोजना की मंजूरी मिली है। कंपनी को नयी अन्वेषण लाइसेंसिंग नीति – 3 के तहत हाइड्रोकार्बन की संभावनाओं के लिए डीवाई-तीन-डी5 में खोज के लिए अन्वेषण अधिकार मिले हैं।
आरआईएल को इस ब्लॉक में 11 उत्खनन कूपों को पर्यावरण मंजूरी दी गई। भूकंपीय आंकड़े और ड्रिलिंग अभियान से इस ब्लॉक में हाइड्रोकार्बन की मौजूदगी का पता चलता है और आरआईएल भंडार क्षमता स्थापित करने के लिए आठ अतिरिक्त अन्वेषण कूप की ड्रिलिंग की योजना बना रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, विशेषग्य आकलन समिति के सुझाव के आधार पर पर्यावरण मंत्रालय ने 30 जून को आरआईएल की तमिलनाडु में अन्वेषण ड्रिलिंग परियोजना के लिए पर्यावरण मंजूरी दी।
अधिकारी ने कहा कि 800 करोड़ रपए की परियोजना को मंजूरी निश्चित शर्तों के आधार पर दी गई है। आरआईएल से अन्य शर्तों के अलावा कहा गया है कि अपतटीय इलाके में कूपों की ड्रिलिंग के दौरान जीव-जंतुओं पर कोई असर न हो। कंपनी इस क्षेत्र में सामुद्रिक जीव-जंतुओं के संरक्षण नियमों का पालन करे।
यह भी पढ़ें- IOC बनी सार्वजनिक क्षेत्र की दूसरी सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी, पहले स्थान पर है ONGC
यह भी पढ़ें- Now it’s easy: कैश या डेबिट-क्रेडिट कार्ड की नहीं जरूरत, इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर Paytm से भी होगा पेमेंट