कोविड का खतरा मासूम बच्चों पर भी मंडरा रहा है। इसे देखते हुए रिलायंस फाउंडेशन ने गुजरात के जामनगर में 230 बिस्तरों वाला पहला बाल चिकित्सा कोविड अस्पताल स्थापित किया है। जामनगर के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने इस अस्पताल का उद्घाटन किया।
अस्पताल के उद्घाटन के बारे में ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में फैली कॉलरा महामारी (cholera epidemic) को देखते हुए रिलायंस फाउंडेशन ने जनसेवा से जुड़े अपने प्रयासों के तहत जीजी अस्पताल, जामनगर में एक अत्याधुनिक 30-बिस्तरों वाले बच्चों के अस्पताल ई-उद्घाटन किया है।
अस्पताल में NICU से लेकर वेंटिलेटर तक
रिलायंस फाउंडेशन की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि जामनगर में 230 बिस्तरों वाले अस्पताल को तैयार किया गया है। इस अस्पताल में बच्चों के लिए 30 आईसीयू, 10 नवजात आईसीयू, 22 मेडिकल आईसीयू और 10 अत्याधुनिक वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं। विज्ञप्ति में ये भी कहा गया है कि इस अस्पताल के सभी बिस्तरों को बिना रुकावट ऑक्सीजन की आपूर्ति भी उपलब्ध कराई गई है। इससे पहले रिलायंस ने जामनगर में 1 हफ्ते से भी कम समय में 400 बेड का कोविड अस्पताल स्थापित किया था।
बच्चों को मिलेगी आधुनिक इलाज की सुविधा
भारत में अपनी तरह की पहली हल्की (1.8 किग्रा) वायरलेस पोर्टेबल एक्स-रे मशीन भी इस अस्पताल में उपलब्ध कराई गई है। ये एक्सरे मशीन न्यूनतम रैडियेशन के साथ रोगी के बिस्तर के पास सेकंडों में एक्स-रे ले सकती है। यह अस्पताल पीआईसीयू, एचएफएनसी यूनिट्स, सी-पीएपी मशीनों और एनआईसीयू से संबंधित आधुनिक उपकरणों के लिए बाई-पैप मशीनों के साथ कोविड चिकित्सा उपकरणों से भी सुसज्जित है।
सौराष्ट्र को मिलेगा फायदा
इसके अलावा, ईसीजी मशीन, डिफाइब्रिलेटर मशीन, बच्चों के वजन की मशीन, नवजात पल्स ऑक्सीमीटर जैसी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि इस अस्पताल का उद्देश्य भविष्य में संभावित तीसरी लहर के लिए जामनगर, द्वारका और पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करना है।