नई दिल्ली। अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस कैपिटल ने अपनी संपत्तियों का मौद्रिकरण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बाजार सूत्रों ने यह जानकारी दी। रिलायंस कैपिटल हाल में डिबेंचर धारकों तथा अन्य ऋणदाताओं को भुगतान में चूक कर चुकी है। रिलायंस कैपिटल की महत्वपूर्ण संपत्तियों में रिलायंस सिक्योरिटीज, रिलायंस हेल्थ और रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी शामिल हैं। अन्य संपत्तियों में रिलायंस निप्पन लाइफ इंश्योरेंस है। यह निप्पन लाइफ के साथ 51:49 अनुपात का संयुक्त उद्यम है। इसके अलावा रिलायंस कैपिटल की रिलायंस एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि रिलायंस कैपिटल ने संपत्ति को बाजार पर चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बारे में ट्रस्टी द्वारा इसी सप्ताह रुचि पत्र (ईओआई) जारी किया जाएगा। समाधान आवेदक रिलायंस कैपिटल में नियंत्रक हिस्सेदारी, या व्यक्तिगत संपत्तियों या अन्य संपत्तियों के लिए बोली लगा सकता है। इस बारे में संपर्क करने पर रिलायंस कैपिटल के प्रवक्ता ने टिप्पणी से इनकार किया।
कंपनी पर कुल 15000 करोड़ रुपए का कर्ज है और इसमें 99 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस कैपिटल के डिबेंचर होल्डर्स की है। ईपीएफओ और एलआईसी के नेतृत्व वाले डिबेंचर्स होल्डर्स की समिति ने एसबीआई कैपिटल और जेएम फाइनेंस को फास्ट-ट्रैक समाधान और मौद्रिकरण के लिए नियुक्त किया है।
जुलाई में कंपनी ने ऋणदातााअें और डिबेंचर होल्डर्स को भुगतान करने में चूक की जानकारी दी थी। कंपनी के कर्जदाताओं ने समाधान के लिए इंटर-क्रेडिटर एग्रीमेंट किया है।