नई दिल्ली। रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में एशिया के सबसे बड़े और प्रभावशाली एक्सपो रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (आरईआई) एक्सपो के 14वें संस्करण का आयोजन इंफोर्मा मार्केट्स द्वारा 15 से 17 सितंबर के दौरान ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में किया जा रहा है। आरईआई को इंडियन बायोगैस एसोसिएशन (आईबीए), क्लीनटेक बिजनेस क्लब (सीबीसी), ब्रिज टू इंडिया (बीटीआई), नेशनल सोलर एनर्जी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एनएसईएफआई) और इंडो जर्मन एनर्जी फोरम-सपोर्ट ऑफिस (IGEF-SO) का समर्थन हासिल है।
आरईआई को इस डोमेन में सबसे व्यापक और एशिया के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली एक्सपो के रूप में स्थापित किया गया है, जहां अक्षय ऊर्जा से जुड़े लोगों के साथ चर्चा करने, चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने और सबसे नवीन तकनीकी समाधानों का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराया जाता है। इस साल, तीन दिवसीय आयोजन में अक्षय ऊर्जा उत्पादन, भविष्य की संभावनाओं और डिस्ट्रीब्यूशन में शामिल प्रमुख कंपनियों के निर्णय निर्माताओं और प्रभावशाली लोगों के साथ-साथ तकनीकी विशेषज्ञों और पेशेवरों को एक साथ लाया जाएगा।
दोबारा भौतिक रूप में लौटने पर आरईआई को वैश्विक हितधारकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें यूके पार्टनर कंट्री और यूरोपीय संघ इंटरनेशनल पार्टनर के रूप में शामिल हो रहे हैं। एक्सपो में अदानी सोलर, लोंगी सोलर, गोल्डी सोलर, प्रीमियर एनर्जी, विक्रम सोलर, ग्रोवाट, सोलिस, सोवा सोलर, पैनासोनिक लाइफ साइंसेज, रेनेसोला, लॉन्गी सोलर, जैक्सन इंजीनियरिंग, पतंजलि रिन्यूएबल्स, एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर, बर्गन ग्रुप आदि उद्योग जगत के दिग्गज शामिल होंगे। इस साल भी, इसमें सीईओ कॉन्क्लेव के अलावा पावर-पैक नॉलेज सेशन सहित आकर्षक विशेषताएं होंगी। इस कार्यक्रम को उद्योग के प्रसिद्ध विशेषज्ञों, 120 से ज्यादा प्रदर्शकों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग द्वारा यूके पवेलियन, यूरोपीय संघ (ईयू) मंडप, और जैव ऊर्जा मंडप के अलावा नए लॉन्च, उत्पाद डेमो, मुफ्त प्रशिक्षण कार्यक्रम, और बहुत कुछ प्रदर्शित किया जाएगा।
इंफोर्मा मार्केट्स इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश मुद्रास ने कहा कि भारतीय अक्षय ऊर्जा उद्योग पिछले 4-5 वर्षों में काफी मज़बूत स्थिति में पहुंच गया है। देश 2030 तक लगभग 450 GW स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रख रहा है, जिसमें लगभग 280 GW सौर ऊर्जा होने की उम्मीद है। हाल की रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने 2005 के स्तर पर 28 प्रतिशत उत्सर्जन में कमी हासिल की है, जबकि 2030 के लिए यह लक्ष्य 35 प्रतिशत करना है। सरकार द्वारा स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल नीतियां और नियम भी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आरईआई 2021 में पीवी मॉड्यूल्स, हाइब्रिड सिस्टम्स, इनवर्टर्स, चार्ज कंट्रोलर्स, बैटरीज, टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग सिस्टम, कम्पोनेंट, बायोएनर्जी इक्विपमेंट, बैकशीट एंड सिस्टम इंटीग्रेटर्स जैसी प्रोडक्ट्स कैटेगरी के विनिर्माता, ईपीसी कंपनीज, आपूर्तिकर्ता और वितरक भाग लेंगे। एक्सपो में खरीदार श्रेणी की जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा, जहां सुविधा मैनेजर्स, एनर्जी सलाहकार, रियल एस्टेट डेवलपर्स, इंडस्ट्रियल उपभोक्ता, स्वतंत्र बिजली उत्पादक, ईपीसी, डिस्ट्रीब्यूटर्स/डीलर्स, सिस्टम इंस्टॉलर्स और इंटीग्रेटर्स, यूटीलिटीज एंड प्रोजेक्ट डेवलपर्स व प्लानर्स, प्रोजेक्ट डेवलपर्स एंड प्लानर्स, इनवेस्टर्स, फंड मैनेजर्स, बैंक, फाइनेंशियल कंसल्टैंट और कैप्टिव पावर बायर्स शामिल होंगे।