नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार के स्टांप शुल्क में कटौती करने और ऊंची त्योहारी मांग के चलते मुंबई में नवंबर में 9,301 आवासों का पंजीकरण हुआ है। संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक के अनुसार यह पिछले नौ साल का उच्च स्तर है और सालाना आधार पर 67 प्रतिशत की वृद्धि है। नाइट फ्रैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘ नवंबर 2020 में 9,301 मकानों का पंजीकरण हुआ है। यह मुंबई में पिछले नौ साल में नवंबर के महीने में सबसे अधिक आवासों का पंजीकरण है।’’ नवंबर में आवासों का पंजीकरण मासिक आधार पर 17 प्रतिशत और सालाना आधार पर 67 प्रतिशत बढ़ा है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘ मुंबई में आवासों की बिक्री तेज करने में स्टांप शुल्क में सीमित अवधि के लिए की गयी कटौती ने अहम भूमिका अदा की है। इसके अलावा त्यौहारी मौसम, आवास ऋण पर न्यूनतम ब्याज और डेवलपरों की ओर से कई तरह के ऑफऱ ने भी इसे बढ़ाने में मदद की है।’’
महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में आवासों की बिक्री बढ़ाने के लिए स्टांप शुल्क में तीन प्रतिशत की छूट दी है। अधिकतर बिल्डरों ने स्टांप शुल्क पर बचे दो प्रतिशत को वहन करने की पेशकश की है। इसलिए बाजार में आवासों की बिक्री बढ़ी है। नारेडको (महाराष्ट्र) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और नाहर ग्रुप की उप प्रमुख मंजू याग्निक ने रपट पर कहा, ‘ बिक्री में तेजी से यह संकेत मिलता है कि मकान के ग्राहकों का आत्म विश्चास अब वापस लौट रहा है। त्योहार के मौसम, स्टाम शुल्क में कमी और ब्याज दर नरम होने से बिक्री को अच्छा समर्थन मिला है।’ रहेजा रियल्टी के निदेशक राम रहेजा ने कहा, ‘ नाइट फ्रैंक की इस ताजा रपट से यह बाता फिर उभरी है कि आवास इकाइयों का बाजार भारत अर्थव्यवस्था के लिए उम्मीदों का एक बड़ा स्रोत बना रहेगा।’