नई दिल्ली। नीति अयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि वित्त मंत्री द्वारा घोषित सुधार उपाय रक्षा उत्पादन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ का मार्ग प्रशस्त करने, भारत की स्वनिर्भरता को मजबूत बनाने और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका निभायेंगे। कुमार ने कहा कि इन घोषणाओं से घरेलू विमानन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने घोषित सुधारों को पथप्रदर्शक करार दिया। कांत ने एक ट्वीट में कहा, "खनिजों और कोयले के व्यापक भंडार के होने के बावजूद हम पांच लाख करोड़ रुपये के खनिजों और 1.7 लाख करोड़ रुपये के कोयले का आयात करते हैं। हम पूरी तरह से आयात पर निर्भर थे। वाणिज्यिक कोयला खनन और नीलामी के लिये 500 खदानें पेश किया जाना परिवर्तनकारी है।" सुस्त अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, सरकार ने शनिवार को रक्षा विनिर्माण में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने, छह अन्य हवाईअड्डों के निजीकरण, अधिक वायु क्षेत्र को खोलने तथा वाणिज्यिक कोयला खनन में निजी कंपनियों को भागीदारी के अवसर देने समेत कई उपायों की घोषणा की।