नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बाढ़ की वजह से करीब 19 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें प्रभावित हुई है। यह जानकारी केंद्रीय कृषि सचिव शोभना के पटनायक ने दी है। कृषि सचिव के मुताबिक बाढ़ की वजह से फसलें प्रभावित होने के बावजूद इस साल देश में खाद्यान्न उत्पादन पिछले साल के रिकॉर्ड को पार कर जाएगा। पिछले साल खरीफ सीजन के दौरान देश में 13.80 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ था।
कृषि सचिव के मुताबिक प्रमुख खरीफ फसलों यानि धान, खरीफ दलहन, खरीफ तिलहन, कपास और गन्ने की 80 फीसदी से ज्यादा खेती हो चुकी है और अगले महीने तक भी देश के कुछएक हिस्सों में फसल बुआई का काम चलता रहेगा। करीब 19 लाख हेक्टेयर में बाढ़ की वजह से फसलें प्रभावित हुई हैं लेकिन ऐसे इलाकों में जब पानी का स्तर कम होगा तो किसान वहां पर फिर से खेती करने लगेंगे। कुल मिलाकर इस साल खरीफ फसलों का उत्पादन पिछले साल से अधिक होने की उम्मीद है।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक 4 अगस्त तक देशभर में कुल 878.23 लाख हेक्टेयर में खरीफ बुआई दर्ज की गई है जबकि पिछले साल इस दौरान देश में 855.85 लाख हेक्टेयर में खेती हो पायी थी। अबतक हुई कुल बुआई में से 280.03 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगी है जो पिछले साल इस दौरान 266.93 लाख हेक्टेयर में लग पायी थी।
खरीफ दलहन की अबतक 121.28 लाख हेक्टेयर में खेती हो चुकी है जबकि पिछले साल इस दौरान 116.95 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी, हालांकि खरीफ तिलहन का रकबा पिछल साल के मुकाबले इस साल घटा है, अबतक 148.88 लाख हेक्टेयर में खरीफ तिलहन की बुआई हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान 165.49 लाख हेक्टेयर में फसल लगी थी।
इस साल कपास और गन्ने जैसी नकदी फसलों की खेती में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है, अबतक 114.34 लाख हेक्टेयर में कपास और 49.71 लाख हेक्टेयर में गन्ने की फसल दर्ज की जा चुकी है जबकि पिछले साल इस दौरान 96.48 लाख हेक्टेयर में कपास और 45.64 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती हो पायी थी।
पिछले साल देश में खरीफ सीजन के दौरान कुल 13.80 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ था जिसमें 9.61 करोड़ टन चावल, 3.28 करोड़ टन मोटे अनाज, 91.2 लाख टन दलहन और 2.29 करोड़ टन तिलहन का उत्पादन हुआ था। कपास उत्पादन की बात करें तो पिछले साल कुल 305 लाख गांठ कपास पैदा हुआ था।