नई दिल्ली। आजकल ऐसी घटनाओं की कोई कमी नहीं है जहां लोगों के खाते में अचानक रकम जमा हो गयी है, और बैंक खाता धारक को इसके सोर्स का पता ही नहीं होता। कई मामलों में लोग काफी बड़ी रकम आने पर ही इसे गंभीरता से लेते हैं। हालांकि सच ये है कि रकम कम हो या ज्यादा अगर आपको इसके सोर्स के बारे में पता नहीं है, तो बेहतर है कि आप अपनी तरफ से सतर्क रहें।
कैसे आ जाती है अचानक अनजानी रकम
- खाते में अचानक आई बड़ी रकम के लिए आमतौर पर सिस्टम या मानवीय भूल जिम्मेदार होती है। हालांकि कुछ मामलों में आपराधिक गतिविधियां या फिर धोखेबाज भी इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं।
- मानवीय या सिस्टम के जरिये हुई भूल बेहद आम है, पैसों के ट्रांजेक्शन में जानकारी पैसे भेजने वालों को दर्ज करनी पड़ती है, गलत जानकारी भरने से पैसा गलत एड्रेस पर पहुंच जाता है।
- कई बार अपराधी किसी का अकाउंट हैक करने या धोखाधड़ी करने के लिये भी ऐसी तरकीब अपनाते हैं, जिसमें एक छोटी रकम किसी के खाते में ट्रांसफऱ कर पैसा वापसी के नाम पर जानकारियां चुराने की कोशिश की जाती हैं। वहीं कई बार अपराधी अपनी रकम छुपाने के नाम पर या किसी अन्य वजह से किसी आम आदमी के अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर अपना हित साधने की कोशिश करते हैं।
पैसा आने पर कौन सी गलती पड़ती है भारी
गलत ट्रांजेक्शन की जानकारी देने में देरी- अगर आपके खाते में ऐसी रकम आई है जो आपको संदिग्ध लगती है तो इंतजार न करें, इसकी जानकारी आप अपने बैंक को तुरंत दें। अगर पैसा वास्तव में आपका है तो कोई चिंता नहीं लेकिन अगर पैसा आपका नहीं है तो आप किसी भी भी संभावित कार्रवाई से बच जायेंगे।
पैसे को खर्च करना- खाते से पैसे निकालने का मतलब है कि आपने पैसे स्वीकार कर लिये। अगर पैसे का सोर्स पता नहीं है और आपने उसे खर्च कर दिया, तो आपके लिये मुसीबत खड़ी हो सकती है, और आपको बेवजह सवाल जवाब से गुजरना पड़ सकता है। दरअसल गलती से पैसे भेजने वाला इसे तुरंत वापस वापस करने को कहेगा। अगर आप खर्च करने की वजह से पैसा तुरंत वापस न कर सके तो संभव है पैसे भेजने वाला आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर दे।
पैसे वापसी की प्रक्रिया में लापरवाही- अगर कोई आपको गलती से बड़ी रकम भेज देता है, और आप पैसे वापस करने को भी तैयार हैं, तो बेहतर है कि पैसे वापस करने की प्रक्रिया में आप सतर्क रहें। पहले बैंक को इस ट्रांजेक्शन के बारे में सूचित कर दें, कि ये ट्रांजेक्शन अनजाने सोर्स से मिला है। वहीं जिस रूट से पैसे मिले हैं (यूपीआई, मोबाइल वॉलेट, बैंक खाते में ट्रांसफर) उसी रूट में ही पैसे वापस करें, सामने वाले के कहने भर से न किसी और खाते में ट्रांसफऱ करे और न ही कैश या पैसे के बराबर कोई बिल भुगतान आदि जैसी बात मानें। और न ही किसी भी झांसे में आकर अपनी जानकारी शेयर करें।
यह भी पढ़ें- जानिये क्यों पर्सनल लोन से बेहतर है गोल्ड लोन, कहां मिल रहा है सबसे सस्ता कर्ज