नई दिल्ली। केपीएमजी इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार रियल एस्टेट व निर्माण क्षेत्र में 2022 तक 7.5 करोड़ रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। इसके अनुसार तब तक यह क्षेत्र देश में सबसे बड़े नियोक्ता के रूप में उभरकर सामने आएगा।
केपीएमजी ने एक रिपोर्ट में कहा है, भारत का रियल एस्टेट व निर्माण क्षेत्र 2030 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्र हो जाएगा। इस दौरान इसका भारतीय जीडीपी में योगदान 15 फीसदी होगा। यह 7.5 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार अवसर प्रदान करते हुए सबसे बड़ा नियोक्ता होगा। इसके अनुसार निर्माण क्षेत्र का आकार 2030 तक 1,000 अरब डॉलर से अधिक होगा।
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केपीएमजी इंडिया तथा नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नरेडको) ने यह रिपोर्ट जारी की है। इसमें शहरीकरण तथा रियल एस्टेट क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी मुख्य कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला गया है। इनमें स्मार्ट शहर, सबके लिए आवास, अमृत व ह्रदय योजना शामिल है। इसके अनुसार भारत की शहरी जनसंख्या 2030 तक 40 फीसदी बढ़कर 58 करोड़ होने की उम्मीद है, जो कि 2015 में 42 करोड़ थी।