नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले दिनों दो ऐसे अहम फैसले लिए हैं, जिसकी वजह से पिछले दो-तीन सालों से मंद पड़ी रियल एस्टेट इंडस्ट्री में फिर से जान आ गई है। आरबीआई ने 29 सितंबर को रेपो रेट में आधा फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया। इसके बाद 8 अक्टूबर को 30 लाख रुपए तक के होम लोन के लिए लोन-टू-वैल्यू अनुपात तथा रिक्स वेट को कम करने जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया। आरबीआई के इस फैसले से जहां 30 लाख रुपए तक के होम लोन के लिए 90 फीसदी राशि बैंक लोन के तौर पर जारी कर सकेंगे, वहीं इससे होम लोन की ब्याज दरों में एक चौथाई कटौती और होने की संभावना बढ़ गई है। ब्याज दरों में आई कमी और त्योहारी सीजन को देखते हुए रियल एस्टेट डेवलपर्स भी अब एक्टिव हो गए हैं और उनके बीच ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की होड़ लग गई है।
क्या किया आरबीआई ने
29 सितंबर को रेपो रेट में 50 आधार अंकों की कटौती की, जिससे होम लोन समेत अन्य लोन सस्ते हुए। इसके बाद 8 अक्टूबर को आरबीआई ने कुछ चुनिंदा होम लोन (75 लाख रुपए तक) पर रिस्क वेट को कम कर दिया है और 30 लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी के लिए लोन-टू-वैल्यू (एलटीवी) को भी घटा दिया है। इससे बैंक होम लोन के लिए अब ज्यादा राशि दे सकेंगे। आरबीआई ने अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत 30 लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी के लिए एलटीवी अनुपात को बढ़ाकर बैंक 90 फीसदी तक कर दिया है। इससे पहले यह सुविधा 20 लाख रुपए मूल्य वाली प्रॉपर्टी के लिए ही उपलब्ध थी। 30 लाख रुपए से ज्यादा और 75 लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी के लिए एलटीवी 80 फीसदी रहेगा और 75 लाख रुपए से अधिक की प्रॉपर्टी के लिए यह 75 फीसदी रहेगा। एलटीवी का यहां सीधा मतलब आपको मिलने वाली लोन राशि से है। यदि आप 30 लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं तो अब बैंक आपको 90 फीसदी तक लोन दे सकेंगे और आपको कम डाउन पेमेंट की जरूरत होगी। इसके अलावा आरबीआई ने 75 लाख रुपए तक के होम लोन पर जोखिम भार को भी 50 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी कर दिया है। इसके तहत 30 लाख रुपए तक के लोन में ऋण लेने वाले को घर की कीमत का कम से कम 20 फीसदी हिस्सा देना होगा, वहीं 30 लाख से ज्यादा और 75 लाख रुपए तक के लोन के लिए ग्राहक को मकान की कीमत का 25 फीसदी भुगतान करना होगा।
और घटेंगी ब्याज दरें
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का कहना है कि आरबीआई द्वारा लोन-टू-वैल्यू अनुपात और जोखिम भार को घटा दिया है। क्रिसिल का कहना है कि इस कदम से अगले कुछ महीनों में होम लोन की ब्याज दरों में अतिरिक्त 25-30 आधार अंकों की कमी आने की संभावना है। क्रिसिल ने कहा है कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद से एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक अपने बेस रेट में 25 से 40 आधार अंकों की कटौती कर चुके हैं। लोन-टू-वैल्यू और जोखिम भार कम होने से होम लोन की ब्याज दरों में अगले कुछ माह में 25-30 आधार अंकों की कटौती होगी।
रियल-एस्टेट डेवलपर्स के अनोखे ऑफर
ब्याज दरें कम होते ही रियल-एस्टेट डेवलपर्स भी अपने अनोखे ऑफर्स के साथ ग्राहकों को लुभाने में लग गए हैं। 10 फीसदी बुकिंग एमाउंट और पजेशन मिलने पर ईएमआई ऑफर इस समय सबसे ज्यादा चलन में है। इसके अलावा कई डेवलपर्स कुल कीमत का पांच फीसदी लेकर ही घर बुक कर रहे हैं। कोई एसी, मॉडयूलर किचन फ्री दे रहा है तो कोई तो कार तक ऑफर कर रहा है। इतना ही नहीं 5100 रुपए, 31000 हजार रुपए और 51000 हजार रुपए में भी घर बुक करने के ऑफर डेवलपर्स द्वारा ग्राहकों को दिए जा रहे हैं।