नई दिल्ली: नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र अर्थव्यवस्था के विकास में बड़ी भूमिका निभाता है और 2030 तक इसका बाजार 1,000 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 18-20 प्रतिशत है। उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा ऑनलाइन आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, कांत ने कहा कि पिछले 18 महीने देश और सामान्य रूप से अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं, और रियल एस्टेट क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, एक उम्मीद की किरण भी है। टीकाकरण दर बढ़ गई है और संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है।’’ कांत ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र और इसके हितधारक सरकार की 'सभी के लिए आवास' पहल को सहयोग करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रियल एस्टेट क्षेत्र अर्थव्यवस्था और देश के परिवेश के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाता है। 2030 तक इस क्षेत्र का बाजार 1,000 डॉलर तक पहुंचने और देश के सकल घरेलू उत्पाद में 18-20 प्रतिशत का योगदान करने की उम्मीद है।’’ कांत ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) पहले ही रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) के लिए अपनी मंजूरी दे चुका है, जो आने वाले वर्षों में 1.25 लाख करोड़ रुपये का अवसर पैदा करेगा।