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हिंदी में पढ़िए Mark Zuckerberg की ओर से बेटी को लिखा गया पहला खत...

मार्क जुकरबर्ग ने अपनी बैटी मैक्स के लिए खत लिखा है। हिन्दी में पढ़िए क्या लिखा है पूरे खत में।

Surbhi Jain
Updated on: December 02, 2015 18:46 IST
हिंदी में पढ़िए Mark Zuckerberg की ओर से बेटी को लिखा गया पहला खत…- India TV Paisa
हिंदी में पढ़िए Mark Zuckerberg की ओर से बेटी को लिखा गया पहला खत…

प्रिय मैक्स,

तुम्हारी मां और मेरे पास शब्द नहीं है उस खुशी को बयां करने के लिए, जो तुमने अपने जन्म पर हमें दी है। तुम्हारी नई जिंदगी वादे और भरोसे से भरी है और हम आशा करते हैं कि तुम हमेशा खुश और स्वस्थ रहोगी। तुमने पहले ही हमें उस दुनिया में जीने की वजह दे दी है, जिसकी हम तुम्हारे लिए आशा करते है। हर माता पिता की तरह, हम भी यही चाहते हैं कि तुम हमसे बेहतर दुनिया में बड़ी हो। ज्यादातर सुर्खियां ‘क्या गलत है’ पर ध्यान केंद्रित करती हैं, तो कई मायनो में दुनिया बेहतर होती जा रही है। स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है। गरीबी घट रही है। ज्ञान बढ़ रहा है। लोग जुड़ रहे है। तकनीकि क्षेत्र में विकास का मतलब है कि आपकी जिंदगी दिन पर दिन हमारी जिंदगी से बेहतर हो रही है। हम अपने हिस्से के कर्तव्य का पालन करते रहेंगे, इसलिए नहीं क्योंकि हम तुमसे प्यार करते हैं बल्कि इसलिए क्योंकि आने वाली पीढ़ी के लिए हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमारा मानना है कि सभी के पास समान अधिकार हैं इनमें आगे आने वाली पीढ़ियां भी शामिल है। हमारे समाज का कर्तव्य है कि लोगों की, न सिर्फ आज के लोगों की, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की भी जिंदगियों को बेहतर करने के लिए निवेश करें।लेकिन मौजूदा समय में हम अपने संसाधनों को उन मौकों के लिए और दिक्कतों के लिए सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते जिससे हमारी पीढ़ी जूझ रही है।

यह भी पढ़ें- Sharing Happiness: मार्क जुकरबर्ग बने मैक्स के पिता, बेटी के आने की खुशी में दान किए 3 लाख करोड़ रुपए के शेयर

हम बीमारियों पर रिसर्च करने की तुलना में बीमार लोगों के उपचार में 50 फीसदी अधिक पैसा खर्च कर देते हैं। दवाइयों का असल विज्ञान 100 सालों से भी कम का है और हम कुछ बिमारियों को जड़ से उखाड़ चुके हैं और बाकियों के लिए काम कर रहे हैं। जैसे-जैसे तकनीक के क्षेत्र में विकास हो रहा है उस हिसाब से अगले 100 वर्षों में बाकि बिमारियों का भी रोकथाम और उपचार कर सकेगें। मौजूदा समय में लोगों कि 5 चीजों के कारण मृत्यु हो जाती है- हृदय रोग, कैंसर, स्ट्रोक, न्युरोडिजेनरेटिव्स और इंफैक्शियस बीमारियां। हम इन सब पर और अन्यों पर तेजी के विकास कर सकते हैं। एक बार हम इस बात का एहसास कर लें कि हमारी पीढ़ी और हमारे बच्चों की पीढ़ी को किसी बीमारी से न जूझना पड़े, तो हम सब की एक नैतिक जिम्मेदारी बन जाती है कि अपने निवेश को भविष्य को बेहतर करने के लिए लगाएं ताकि इसे हकिकत में बदला जा सके। तुम्हारी मां और मैं अपने हिस्से के कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। बीमारी के उपचार में समय लगेगा। आज से अगले पांच या दस सालों में हमें ऐसा नहीं लगेगा कि हमने कुछ भी नया या अलग करने की कोशिश की है। लेकिन लंबे समय में जो बीज बोए हैं वो बढ़ेंगे और एक दिन आप और आपके बच्चे वो देख पाएंगे जिसकी हमने केवल कल्पना की थी; बीमारियों से रहित दुनिया। ऐसे ही कई अवसर हैं। अगर समाज अपनी एनर्जी को इन बड़े मुद्दों पर केंद्रित करेगा तो हम आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर दुनिया छोड़ कर जाएंगे।

तस्वीरों में देखिए मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिंसिला को

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हमारी आशाएं तुम्हारी जेनरेशन के लिए दो चीजों पर केंद्रित है- मानवीय क्षमताओं को बेहतर करना और सामानता को बढ़ावा देना। मानवीय क्षमताओं को बेहतर करना यानि कि उन चीजों पर काम करना जो कि मानव जीवन को और महत्वपूर्ण बनाएंगी।

क्या आप आज की तुलना में 100 गुना ज्यादा या अनुभव कर सकते हैं?

क्या हमारी पीढ़ी बीमारियों का उपचार कर सकती है ताकि वह लंबा और स्वस्थ जीवन जिएं?
क्या हम दुनिया से इस तरह जुड़ सकते हैं ताकि हम हर एक आइडिया, व्यक्ति या अवसर तक पहुंच सकें?
क्या हम और साफ ऊर्जा को काम में ला सकते हैं, जो कि आज हमारे पास अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए नहीं है?

सामानता को बढ़ावा देना यानि कि यह सुनिश्चित करना कि हर एक व्यक्ति इन अवसरों तक पहुंच सकता है, बिना किसी देश, परिवार या परिस्थिति की बंदिशों के। हमारे समाज को यह न्याय और दान के लिए ही नहीं बल्कि मानव जीवन के विकास के लिए भी करना चाहिए। आज हम उन क्षमताओं से वंछित है जो कि कई लोग हमें दे सकते हैं। केवल एक ही तरीका है जिसके जरिये हम अपनी क्षमताओं को प्रयाेग में ला सकते हैं और वो है अपनी प्रतिभा, आइडिया और हर एक व्यक्ति के योगदान को सही दिशा में ले जाना।

क्या हमारी पीढ़ी गरीबी और भुखमरी मिटा सकती है?
क्या हम सभी को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा सकते हैं?
क्या हम संयुक्त होकर सभी जातियों का स्वागत कर सकते हैं?
क्या हम सभी देशों के बीच आपसी सहमति और शांति के रिश्ते पैदा कर सकते हैं?
क्या हम सभी को (महिलाएं, बच्चे, अन्रेप्रिज़ेन्टिड अल्पसंख्यक, अप्रवासी और असंयुक्त लोगों) को सशक्त कर सकते हैं?

अगर हमारी पीढ़ी सही से निवेश करे तो ऊपर दिए गए हर एक सवाल का जवाब हां होगा और वो भी इसी जीवन में।

मानवीय क्षमताओं को बेहतर करना और सामानता को बढ़ावा देना इस मिशन के लिए जो लोग काम कर रहे हैं उन्हें एक नई एप्रोच की जरूरत है। हमें लंबी अवधि यानि कि 25 वर्ष, 50 वर्ष या फिर 100 वर्षों के लिए निवेश करना चाहिए। विशेष चुनौतियों को पूरा करने के लिए लंबा समय लगता है, जिसे छोटे समय में सुलझाया नहीं जा सकता। हम जिन लोगों के लिए काम कर रहे हैं उनसे सीधे तौर पर मुखातिब होना चाहिए। हम लोगों को तब तक सशक्त नहीं कर सकते जब तक उनकी असल जरूरतों और इच्छाओं को नहीं समझते। हमें बदलाव के लिए तकनीक को विकसित करना चाहिए। कई संस्थानों में इन चुनौतियों के लिए पैसा निवेश किया जाता है, लेकिन ज्यादातर विकास इन्‍नोवेशन से होता है।

हमें नीति और वकालत (एडवोकेसी) में भाग लेना चाहिए ताकि एक अच्छी बहस कर सकें। कई संस्थान बिना मन के ऐसा करते हैं, लेकिन विकास स्थायी होना चाहिए। हमें हर क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली और स्वाधीन नेता का साथ देना चाहिए। मिशन के लिए एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम करना ज्याद बेहतर है न कि खुद से नेतृत्व करने से। खुद को कल के लिए तैयार करने के लिए हमें आज जोखिम उठाना सीखना चाहिए। अभी हम अपने सीखने के शुरुआती दौर में हैं और कई चीजों के लिए कोशिश नहीं करते, लेकिन हम सुनते हैं, सीखते हैं और सुधरते रहते हैं।

व्यक्तिगत प्रशिक्षण, इंटरनेट उपलब्धता, सामुदायिक शिक्षा और स्वास्थ्य ने हमारी सोच को एक आयाम दिया है। हमारी पीढ़ियां क्लासरूम में बढ़ती हैं जहां हम सब लोग एक ही चीज एक ही छत के नीचे अपनी रुचि और जरूरत के हिसाब से सीखते हैं। हमारी पीढ़ियां जो बनना चाहती हैं उसके लिए लक्ष्य बनाती हैं, जैसे कोई इंजीनियर बनना चाहता है, कोई स्वास्थ्य कर्मी, कोई लेखक तो कोई सामाजिक नेता। आपके पास वो तकनीक होनी चाहिए जिसके जरिये बेहतर तरीके से चीजें सीख पाओ, ताकि आप अपने लक्ष्य पर ध्यान लगा सको। आपको अपने रुचि के विषयों में थोड़ा एडवांस होना पड़ेगा और आपको अपने सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में, जो भी मदद चाहिए होगी, मदद मिलेगी। आपको उन विषयों की खोज करनी होगी, पढ़ना होगा जिनके बारे में तुम्हारे स्कूली दिनों में भी नहीं बताया गया। आपके शिक्षकों के पास भी बेहतर टूल्स और डेटा होने चाहिए ताकि लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए वो आपकी मदद कर पाएं। यहां तक कि दुनियाभर के बेहतर विद्यार्थी भी जिनके आसपास बेहतर स्कूल नहीं हैं, वो भी इन निजी प्रशिक्षण उपकरणों का इस्तेमाल इंटरनेट के माध्यम से कर सकते हैं। जाहिर तौर पर हर किसी के जीवन में एक बेहतर शुरुआत देने के लिए यह तकनीक के मुकाबले ज्यादा समय लेगा, लेकिन निजी प्रशिक्षण एक ही मंच पर हर बच्चे को बेहतर शिक्षा और समान अवसर प्रदान करने के लिए रास्ता तैयार कर सकता है। आज हम इस तकनीक को विकसित करने की शुरुआत कर रहे हैं और इसके नतीजे भी शानदार हैं। न केवल बच्चे टेस्ट में बेहतर परिणाम देते हैं बल्कि वो एक कौशल और विश्वास भी अर्जित करते हैं कि वो कुछ भी कर सकते हैं। यह यात्रा की बस शुरुआत है। इस तकनीक और प्रशिक्षण में साल दर साल सुधार होता रहेगा, उस समय जब आप स्कूल में होगे। आपकी मां और मैने दोनों ने बच्चों को पढ़ाया है और हमने देखा है कि यह किस तरह काम करता है। यह शिक्षा जगत में बेहतर लोगों के साथ काम करेगा, जिससे दुनियाभर के स्कूलों को मदद मिलेगी ताकि वो निजी प्रशिक्षण को अपनाएं।
यह समुदायों को साथ लाएगा, इसलिए हम अपनी सैन फ्रांसिस्को बे एरिया समुदाय पर इसे आजमा रहे हैं। इसमें नई तकनीक की बात होगी और नए विचारों को आजमाया जाएगा। इसमें गलतियां भी होंगी और लक्ष्यों को पाने से पहले हम काफी सारी चीजें भी सीखेंगे।

हर किसी को इंटरनेट तक पहुंच देने के बाद आपकी पीढ़ियों के लिए आने वाले दिनों में कई बेहतर अवसर मिलेंगे। लोग अक्सर सोचते हैं कि इंटरनेट सिर्फ मनोरंजन और संचार का एक माध्यम भर है, लेकिन दुनिया के अधिकतर लोगों के लिए इंटरनेट एक बहुत जरूरी या यूं कहें तो उनके लिए लाइफलाइन से कम नहीं है।

अगर आप बेहतर स्कूल के आसपास नहीं हो तो यह शिक्षा मुहैया कराता है। अगर आपके आसपास कोई बेहतर अस्पताल और डॉक्टर नहीं है तो यह आपको और आपके बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह सलाह भी देता है कि आप बीमारियों से कैसे दूर रहें। अगर आपके आस पास कोई बैंक भी नहीं है तो यह आपको एक वित्तीय सेवा भी प्रदान करता है। अगर आप एक बेहतर अर्थव्यवस्था वाले क्षेत्र में नहीं रह रहे हैं तो यह आपको बेहतर नौकरी पाने में भी मददगार होता है।
इंटरनेट की अहमियत इतनी अधिक है कि हर दसवां व्यक्ति जिसके पास इंटरनेट की पहुंच है उनमें से एक अपनी गरीबी को दूर कर पाता है और एक रोजगार का सृजन होता है। इस सब के बावजूद करीब विश्व की आधी आबादी करीब 4 अरब (400 करोड़) लोगों तक इंटरनेट की पहुंच नहीं है। अगर हमारी पीढ़ियां उनको जोड़ पाती हैं तो हम हजारों लाखों लोगों को गरीबी से बाहर ला पाएंगे। बीमिरियों से मुक्ति दिलाकर हम लाखों जिंदगियों को बचा सकते हैं और हम इसके जरिये लाखों बच्चों का भविष्य भी बेहतर बना सकते हैं  तकनीक और साझेदारी के जरिये हम अपने प्रयासों को और बेहतर कर सकते हैं जो कि एक लंबी प्रक्रिया है। इसके जरिये नई तकनीक ईजाद होगी ताकि इंटरनेट से अछूते क्षेत्रों में इसकी आसान पहुंच उपलब्ध कराई जा सके। इसके लिए सरकार, गैर लाभकारी संस्थाओं और कंपनियों के साथ साझेदारी करनी होगी। इसके लिए समुदायों को साथ जोड़ना होगा ताकि पता चले उन्हें क्या चाहिए। अच्छे लोगों के पास अलग विचार होते हैं ताकि बेहतर रास्ता खोजा जा सके। हम सफल होने के लिए काफी सारे प्रयास करेंगे। लेकिन हम साथ में ही सफलता हासिल कर सकते हैं ताकि समानता वाली दुनिया को रच पाएं।

तकनीक खुद-ब-खुद किसी समस्या को नहीं सुलझा सकती है। एक बेहतर दुनिया तभी बन सकती है जब आप एक सशक्त और मजबूत संचार प्रणाली उपलब्ध कराएं। बच्चों के पास एक बेहतर अवसर हैं जब वो सीख सकते हैं और वो बेहतर तभी सीख सकते हैं जब उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा। एक परिवार के लिए स्वास्थ्य सबसे पहले आता है और इसके लिए बेहतर पोषण और सुरक्षित और स्थाई वातावरण की दरकार होगी। बच्चे जिन्होंने दर्दनाक अनुभवों का सामना किया है उनका दिमाग और शरीर भी कम विकसित हो पाता है। अध्ययन दर्शाते हैं कि कम संज्ञानात्मक क्षमता में विकास करने पर मस्तिष्क में बदलाव देखने को मिलते हैं। आपकी मां एक डॉक्टर और शिक्षक हैं और उसने यह सब खुद से देखा है। अगर आपका बचपन खराब स्वास्थ्य के दौर से गुजरेगा तो आप अपना संपूर्ण नहीं दे पाओगे। इसमें आश्चर्य नहीं अगर आप यह सोचोगे कि आपको भोजन और आश्रय कहां मिलेगा और आप अपराध और बुराइयों के बारे में चिंता करोगे ऐसी स्थिति में आप अपनी पूरी क्षमता नहीं लगा पाएंगे। अगर आप सोचते हो कि आप अपने रंग की वजह से ही स्कूल की बजाश्‍े जेल चली जाएंगी और कानूनी स्थिति के कारण आपको परिवार से निर्वासित कर दिया जाएगा और आप अपने धर्म और सेक्स की पहचान के कारण हिंसा के शिकार हो सकते हो तो आप अपना संपूर्ण नहीं दे सकते। हमे ऐसे संस्थान चाहिए जो ऐसे मुद्दों को सुलझा सके जो कि आपस में जुड़े हुए हैं। यह एक नए तरह की फिलासफी है जिसे तुम्हारी मां इजाद कर रही है। स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, पैरेंट ग्रुप और स्थानीय सरकार के साथ साझेदारी करके और यह सुनिश्चित करके की आपके बच्चों का पेट भरा हुआ है, साथ ही यह भूखें लोगों के बारे में सोचकर हम आपस में जुड़ी इन सारी बुरी चीजों को सुधार सकते हैं। इसके बाद ही हम सामूहिक रूप से हर किसी को समान अवसर प्रदान कर सकते हैं।

इस तरह का मॉडल विकसित करने में हमे थोड़ा वक्त लगेगा। लेकिन यह एक उदाहरण है जो यह बताता है कि किस तरह से मानवीय संभावनाएं और समानता को बढ़ावा देना ये दोनों चीजें आपस में जुड़ी हुई हैं। अगर हम यह चाहते हैं तो हमें एक समावेशी और स्वस्थ्य संचार विकसित करना होगा। आज तुम्हारी मां और मैं यह प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम अपना जीवन अपने हिस्से कि चुनौतियों को सुलझाने में लगा देंगे। आने वाले कई वर्षों के लिए मैं ही फैसबुक का सीईओ रहूंगा, लेकिन ये कुछ मुद्दें ऐसे हैं जिनके लिए काम करने के लिए आप और हम काफी समझदार हैं। छोटी उम्र से शुरुआत करने से हम आशा कर सकते हैं कि जीवनभर इसका लाभ उठा सकें।

जैसे ही तुम चैन जुकरबर्ग फैमली की अगली पीढ़ी की शुरुआत करोगी, वैसे ही हम चैन जुकरबर्ग मुहीम को शुरू कर देंगे और दुनिया भर के लोगों को शामिल करेंगे ताकि वह अगली पीढ़ी के सभी बच्चों के लिए मानवीय क्षमताओं को बेहतर कर सकें और सामानता को बढ़ावा दे सकें। हमारी शुरुआती फोकस एरिया व्यक्तिगत प्रशिक्षण, बीमारी से बचाव, लोगों को जोड़ना और मजबूत समुदाय बनाने का होगा।

हम अपने 99 फीसदी फैसबुक के शेयर्स यानि कि 45 अरब यूएस डॉलर दे रहे हैं ताकि अपने जीवन काल में इस मिशन को बढ़ावा दे सकें। हम जानते हैं कि इस मुद्दें पर काम करने वाले अन्य संस्‍थान और प्रतिभाओं को देखते हुए यह एक बहुत ही छोटा सा योगदान है। लेकिन हम वो करना चाहते हैं जो हम कर सकते हैं, अन्य कामों के साथ-साथ।

इससे जुड़ी अन्य जानकारी हम अपने जीवन में स्थायित्व होने के बाद, मैटरनिटी और पैटरनिटी छुट्टियों के बाद आने वाले महीनों में आपसे साझा करेंगे। हम समझते है कि आपके पास कई सवाल होंगे कि हम ऐसा क्यों और कैसे कर रहें हैं।

माता पिता बनने के बाद और अपने जीवन के नए दौर में प्रवेश करने के बाद हम तहे दिल से आप सभी का शुक्रिया अदा करते है क्योंकि आप सभी की वजह से यह सब मुमकिन हो पाया है।

हम यह काम सिर्फ इसलिए कर पाए हैं क्योंकि हमारे साथ पूरा वैश्विक समुदाय है। फेसबुक ने अगली पीढ़ी के लिए इस दुनिया को सुधारने के लिए संसाधन बनाए हैं। फेसबुक कम्यूनिटी का हर एक मेंबर इस काम में अपना योगदान दे रहा है। हम ऐसा विकास केवल एक्सपर्ट्स यानि कि मेंटर्स, पार्टनर्स और अन्य अद्धभुत लोगों के योगदान से कर पाएं हैं। और हम इस समुदाय और इस मिशन के लिए इस वजह से काम कर पा रहें हैं क्योंकि हमारे आस पास परिवार, दोस्त और अच्छे सहयोगी हैं। हम आशा करते हैं कि आप सब के जीवन में भी ऐसे प्रेरणादायी रिश्ते होंगे।

मैक्स, हम तुमसे प्यार करते हैं, तुम्हारे और अन्य बच्चों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने की कोशिश करेंगे। हम तुम्हारे लिए ऐसी ही प्यार, उम्मीद और खुशियों भरे जीवन की प्रार्थना करते हैं। अब हम उस दिन का इंतजार नहीं कर सकते जब तुम इस दुनिया को अपना योगदान दोगी।

प्यार,

मां और पिता

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