नई दिल्ली। आरबीएल बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में 41 प्रतिशत उछलकर 267.10 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। शुल्क से अधिक आय और फंसे कर्ज में गिरावट आने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे पहले बैंक को 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में 190 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी आय बढ़कर 2,503.88 करोड़ रुपए रही, जो कि 2018-19 की पहली तिमाही में 1,690.19 करोड़ रुपए थी। इस दौरान, बैंक ने ब्याज से 2,022.67 करोड़ रुपए की कमाई की। एक साल पहले इसी तिमाही में यह आंकड़ा 1,364.22 करोड़ रुपए था। वहीं, शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.04 प्रतिशत से बढ़कर 4.31 प्रतिशत हो गया।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति यानी एनपीए 2019-20 की पहली तिमाही में गिरकर 1.38 प्रतिशत रही, जो कि जून 2018 के अंत में 1.40 प्रतिशत पर थी। वहीं, शुद्ध एनपीए 0.75 प्रतिशत से नीचे 0.65 प्रतिशत पर आ गया। मूल्य के आधार, सकल एनपीए जून 2019 के अंत में बढ़कर 789.21 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 595.94 करोड़ रुपए था। इसी प्रकार, शुद्ध एनपीए भी 315.77 करोड़ रुपए से बढ़कर 371.64 करोड़ रुपए हो गया। बैंक का एनपीए के लिए प्रावधान और आकस्मिक खर्च 2019-20 की जून तिमाही में बढ़कर 213.18 करोड़ रुपए हो गया, जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में 140.35 करोड़ रुपए था।
ग्रामीण बिक्री में तेजी आने से डाबर इंडिया का शुद्ध लाभ 10% बढ़ा
रोजमर्रा के उपभोग की वस्तुएं (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनी डॉबर इंडिया लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 10.24 प्रतिशत बढ़कर 363.81 करोड़ रुपए हो गया। ग्रामीण क्षेत्र में बिक्री में आई तेजी इसकी वजह रही। कंपनी को एक साल पहले अप्रैल-जून तिमाही में 330 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
डॉबर इंडिया ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की परिचालन से आय 9.25 प्रतिशत बढ़कर 2,273.29 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो कि 2018-19 की पहली तिमाही में 2,080.68 करोड़ रुपए थी। कंपनी के अनुसार, उसके घरेलू एफएमसीजी कारोबार में तिमाही के दौरान 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
डाबर का कुल खर्च 2018-19 की पहली तिमाही में 1,752.17 करोड़ रुपए से बढ़कर 2019-20 में 1,883.65 करोड़ रुपए हो गया। इसमें 7.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कंपनी की कंज्यूमर केयर कारोबार से आय 2019-20 की पहली तिमाही में 11.38 प्रतिशत बढ़कर 1,844.60 करोड़ रुपए हो गई। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 1,656.08 करोड़ रुपए थी। इस दौरान, खाद्य कारोबार से आय मामूली 0.77 प्रतिशत बढ़कर 363.51 करोड़ रुपए से 366.32 करोड़ रुपए रही।
जेएम फाइनेंशियल का शुद्ध मुनाफा गिरा
वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी जेएम फाइनेंशियल का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मामूली रूप से 2.10 प्रतिशत गिरकर 194.39 करोड़ रुपए पर आ गया। कंपनी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 199.23 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 852.47 करोड़ रुपए की तुलना में बढ़कर चालू वित्त वर्ष में 856.57 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।