नई दिल्ली। छह साल में पहली बार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के कर्मचारी आज एक दिन के हड़ताल पर है। आरबीआई के यूनियन में 17000 कर्मचारी है, जो आज काम नहीं करेंगे। कर्मचारी सेंट्रल बैंक द्वारा किए गए कई सुधार उपायों का विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही बेहतर रिटायरमेंट बेनीफिट की भी मांग कर रहे है। इस हड़ताल से बैंकों के कामकाज प्रभावित हो सकते हैं। इससे चेक क्लीयरेंस और फॉरन करेंसी ट्रांजेक्शन बाधित होने की आशंका है। हालांकि, आरटीजीएस सुविधाएं चालू रहेंगी।
पेमेंट और सेटलमेंट में होगी परेशानी
यूनियन सरकार की पब्लिक डेट पॉलिसी सेंट्रल बैंक से लेने और मॉनेटरी पॉलिसी पर उसके अधिकारों में कटौती करने का विरोध कर रही है। इसका हड़ताल को यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स ऐंड एंप्लॉइज ने बुलाया है। आल इंडिया रिजर्व बैंक एंप्लॉइज एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अजित सुभेदार ने कहा कि पेमेंट और सेटलमेंट समेत सभी डिपार्टमेंट हिस्सा इस हड़ताल में हिस्सा ले रहा है।
6 साल में पहली हड़ताल
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि बॉन्ड मार्केट के ज्यादातर सेटलमेंट आरबीआई करता है ऐसे में इसका प्रभावित होना तय है। उन्होंने कहा कि यह एक समस्या है, लेकिन इससे निपटने के लिए सेंट्रल बैंक कोई आपात योजना जरुर बनाया होगा। गवर्नर रघुराम राजन के काल में यह पहला मौका है जब 17,000 कर्मचारी हड़ताल पर गए हों। साथ ही यह सेंट्रल बैंक के इतिहास का सबसे बड़ा हड़ताल है। 6 साल में पहली बार आरबीआई कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं।