नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि विदेशी सॉवरेट बांड जारी करने के लिए केंद्रिय बैंक सरकार के साथ जल्द ही बातचीत शुरू करेगा। बजट के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ औपचारिक बैठक के बाद दास ने कहा कि वित्तीय तंत्र में पर्याप्त तरलता है और बजट 2019-20 में एनबीएफसी सेक्टर के लिए अच्छे प्रावधान किए गए हैं।
उन्होंरे पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हम एनबीएफसी और उनके परिचालन की निगरानी नियमित रूप से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों में 70,000 करोड़ रुपए की पूंजी डालने का फैसला काफी सकारात्मक घटनाक्रम है। इससे न केवल उन्हें नियामकीय पूंजी की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी बल्कि वे अधिक ऋण भी दे सकेंगे।
ब्याज दर पर उन्होंने कहा कि नीतिगत ब्याज दर में कटौती के लाभ के प्रसार में पहले से कम समय लग रहा है। दास ने कहा कि आगामी हफ्तों और महीनों में ब्याज दरों में कटौती का लाभ अधिक तेजी से ग्राहकों तक पहुंचेगा।
दास ने कहा कि नकदी की समस्या का बढ़चढ़ कर समाधान किया गया है। एक जून से प्रणाली में धन पर्याप्त है।