मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार (28 सितंबर) को कहा कि उसने इस सप्ताह होने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक को टालने का फैसला किया है और नई तारीखों की घोषणा शीघ्र की जाएगी। केंद्रीय बैंक ने हालांकि बैठक को टालने का कोई कारण नहीं बताया। आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा मंगलवार (29 सितंबर) से शुरू होनी थी, जो तीन दिनों तक चलती। इस दौरान मुख्य रूप से ब्याज दरों पर फैसला किया जाना था।
आरबीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, '29 सितंबर, 30 और एक अक्टूबर, 2020 के दौरान एमपीसी की बैठक होनी थी, उसे अब टाला जा रहा है। एमपीसी की बैठक की तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।' आरबीआई समिति में नए बाहरी सदस्यों पर सरकार के फैसले का इंतजार कर रहा है। आरबीआई अधिनियम के अनुसार एमपीसी के बाहरी सदस्यों का कार्यकाल चार वर्ष का होता है।
गौरतलब है कि, RBI की अगस्त महीने में पिछली मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की मीटिंग में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। रेपो रेट को 4 फीसदी पर बरकरार रखा गया था। इसके पहले मई में ब्याज दरों में 40 बेसिस प्वॉइंट और मार्च में 75 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की गई थी। इस साल अबतक दरों में 115 बेसिस प्वॉइंट की कटौती हो चुकी है। रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी और कैश रिजर्व रेश्यो को 3 फीसदी पर हैं, वहीं बैंक रेट 4.25 फीसदी है।1 वित्त वर्ष में 4 मीटिंग जरूरी
रिजर्व बैंक आफ इंडिया एक्ट, 1934 के सेक्शन 45ZI (1) और (2) के अनुसार आरबीआई को एक वित्त वर्ष में कम से कम 4 बार मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की मीटिंग करना जरूरी है। इस साल की बात करें तो जून में 3 से 5 तारीख के बीच और अगस्त में 4 से 6 तारीख के बीच 2 बार एमपीसी की मीटिंग हो चुकी है। तीसरी बार के लिए 29 सितंबर, 30 सितंबर और 1 अक्टूबर की डेट रखी गई थी, जबकि इसके बाद 2 से 4 दिसंबर और 3 से 5 फरवरी 2021 के दौरान मीटिंग की डेट रखी गई थी।