मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार काे कहा कि नोटबंदी के बाद से अब तक 12 लाख करोड़ के 500 और 1000 के अमान्य नोट बैंकों में जमा किए गए हैं। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बैंकों में अब तक लगभग 11.85 लाख करोड़ के पुराने नोट जमा कराए गए हैं।
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GDP पर होगा विमुद्रीकरण का असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और यह 6.25 फीसदी पर बरकरार रहेगी। RBI के डिप्टी गवर्नर एसएस मुंद्रा ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पर विमुद्रीकरण का असर हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ 0.15 फीसदी होगा। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने GDP का अनुमान 7.6 फीसदी से आधा प्रतिशत घटा कर 7.1 फीसदी कर दिया है।
जन धन खातों में जमा हुए 70,000 करोड़
- पुराने नोटों को बंद करने के ऐलान के बाद के 14 दिनों में जन धन खातों में जमा रकम में करीब 27,200 करोड़ रूपए का इजाफा हुआ है।
- करीब 25 करोड़ 68 लाख जन धन खातों में कुल जमा राशि 70,000 करोड़ रूपए के आंकड़े को पार कर चुकी है।
- 23 नवंबर को यह आंकड़ा 72,834.72 करोड़ रूपए था। नौ नवंबर को इन खातों में 45,636.61 करोड़ रूपए जमा थे।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आठ नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद जन धन खातों में 27,198 करोड़ रूपए जमा हुए हैं।
- बहरहाल, 25 करोड़ 68 लाख जन धन खातों में से 22.94 फीसदी खातों में अब भी एक रूपया नहीं है।