नई दिल्ली। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों का अनुसरण करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी कोरोना वायरस से उत्तपन्न इमरजेंसी के लिहाज से ब्याज दरों में कटौती की घोषणा कर सकता है। आरबीआई ने सोमवार शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें नीतिगत ब्याज दरों में कटौती करने की घोषणा होने की पूरी संभावना है। यदि रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दरों में कटौती करता है तो आपका बैंक से लिया हुआ कर्ज सस्ता हो सकता है।
बता दें कि, अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में तरलता लाने और कोरोना वायरस से उत्पन्न मंदी की आशंका से निपटने के लिए बीते रविवार को अपनी महत्वपूर्ण बेंचमार्क दरों में कटौती कर शून्य कर दिया है। इसके अलावा इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूरोपियन यूनियन ने भी अपनी-अपनी ब्याज दरों में कटौती की है। बताया जा रहा है कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंक भी कुछ बड़े कदम उठा सकते हैं। बैंक ऑफ जापान ने सोमवार को एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड की खरीदारी डबल कर दी है।
मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के सौरभ मुखर्जिया ने कहा कि रेट कट बहुत जरूरी है। अगले कुछ हफ्तों में 100 आधार अंकों तक की कटौती संभव है। मेरा मानना था कि कि आरबीआई ब्याज दरों में कटौती करेगा और अब वो ऐसा करने जा रहा है। मीडिया को भेजी गई जानकारी में कहा गया है कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सोमवार को बाजार बंद होने के बाद शाम चार बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। इससे इमरजेंटी रेट कट की संभावना को और बल मिला है।
आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक 31 मार्च से 3 अप्रैल, 2020 को होनी है। लेकिन उससे पहले ही आरबीआई ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है। सुंदरम म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ सुनील सुब्रामण्यम ने भी आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती की वकालत की है। उन्होंने कहा कि क्रूड ऑयल कीमतों में तेज गिरावट ने केंद्रीय बैंक को ब्याज दर में कटौती का मौका दिया है।