नयी दिल्ली। कॉरपोरेट कर्ज के लिए द्वितीयक बाजार विकसित करने पर भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट अगले महीने आने की उम्मीद है। केंद्रीय बैंक ने कॉरपोरेट ऋण में द्वितीयक बाजार विकसित करने के लिए जरूरी नीति और नियामकीय सुझाव देने के लिए कार्यबल का गठन किया था। भारत में द्वितीय कर्ज बाजार अभी काफी कुछ परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों को की जाने वाली बिक्री और बैंकों सहित कुछ अन्य वित्तीय कंपनियों को तदर्थ बिक्री करने तक सीमित है।
बाजार को मजबूत करने के लिए कोई औपचारिक तंत्र विकसित नहीं किया गया है। पूंजी बाजार को मजबूत करने के प्रयासों के हिस्सों के रूप में, केंद्रीय बैंक अगस्त अंत तक एक और रिपोर्ट पेश कर सकता है। यह रिपोर्ट आवास वित्त प्रतिभूतिकरण के विकास पर होगी।
सूत्रों ने कहा कि अगले महीने के अंत दोनों रिपोर्ट आने की उम्मीद है। आरबीआई ने मई में दो समितियां गठित की थी। इनमें से एक आवास वित्त प्रतिभूतिकरण बाजार के विकास और दूसरी कॉरपोरेट कर्ज के लिए द्वितीयक बाजार विकसित करने से जुड़ी है।