बढ़ती आर्थिक सुस्ती और घटती विकास दर के बीच आज भारीय रिजर्व बैंक चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा की घोषणा करेगा। माना जा रहा है कि आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने के लिए आरबीआई रेपो रेट में लगातार छठवीं बार कटौती कर सकता है। बता दें कि पिछले हफ्ते घोषित हुए आर्थिक आंकड़ों के अनुसार आर्थिक वृद्धि दर 6 साल के सबसे निचले स्तर 4.5 फीसदी पर आ गई है।
मौद्रिक नीति की समीक्षा के लिए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक मंगलवार को शुरू हुई थी, आज बैठक के तीसरे और आखिरी दिन ब्याज दरों की घोषणा की जाएगी। इससे पहले आरबीआई 2019 में अब तक घोषित हुई ब्याज दरों में रेपो रेट में कटौती कर चुका है।
0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद
ऑस्ट्रेलिया की ब्रोकरेज कंपनी मक्वैरी ने रिजर्व बैंक की चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा का परिणाम जारी होने से पहले अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, 'मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये अब तक नरम रुख अपनाया हुआ है। हमारा मानना है कि पांच दिसंबर को घोषित होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में 0.25 प्रतिशत की एक और कटौती की जा सकती है
अब तक 1.35 फीसदी की कटौती
रिजर्व बैंक पिछली 5 बार की नीतिगत दरों की घोषणा में कुल मिलाकर 1.35 फीसदी की कटौती कर चुका है। मौजूदा समय में रेपो रेट 5.15 फीसदी है, वहीं रिवर्स रेपो रेट की दर 4.90 फीसदी है। इसके अलावा मार्जिनल स्टैंडिंग फेसिलिटी रेट और बैंक रेट 5.40 फीसदी है।