RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी है। ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इस प्रकार यदि आप घर या कार की ईएमआई भर रहे हैं तो आप पर इसका कोई भी असर नहीं पड़ेगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। बीते दो दिनों से जारी मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक के बाद आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति में ब्याज दरों पर हुए फैसलों की घोषणा की। बता दें कि पिछली मौद्रिक नीति की घोषणा करते वक्त ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
आरबीआई की एमपीसी के बैठक 6 अक्टूबर को शुरू हुई थी। अभी रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है। आरबीआई ने आखिरी बार पिछले साल मई 2020 में रेपो रेट में बदलाव किया था। तब रेपो रेट में 40 बीपीएस (0.40 फीसदी) की कटौती की थी जिसके बाद रेपो रेट घटकर 4 फीसदी रह गया।
वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक के बाद आरबीआई के गवर्नर ने इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी दी। महंगाई के बारे में उन्होंने कहा कि यह आरबीआई के अनुमानों से कम है लेकिन कोर इनफ्लेशन चिंताजनक है।साथ ही अगस्त सितंबर में डिमांड भी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि महंगाई को काबू में रखने के लिए पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हाल में काफी तेजी आई है। त्योहारों के दौरान शहरी मांग बढ़ने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022 के लिए ग्रोथ अनुमान को 9.5 पर बरकरार रखा है।
इससे पहले अर्थशास्त्रियों ने भी ब्याज दरों में बदलाव न होने की ही उम्मीद जतीई थी। विशेषज्ञों के अनुसार महंगाई को कंट्रोल करने के लिए ब्याज दरों में कटौती की संभावना नहीं थी। रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर है। रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है।